बुधवार रात आठ बजे तक चलेगा भूख हड़ताल, लोको ट्रेनिंग सेंटर का बना खाना भी हुआ बेकार
जमशेदपुर संवाददाता
रेलवे की नीतियों के खिलाफ ट्रेन चालकों एवं गार्डो का भूख हड़ताल शुरू हो गया। विवेक देबरॉय कमेटी की रिपोर्ट से भड़के गार्ड काउंसिल व ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन नेताओं द्वारा तीन महीना पहले भूख हड़ताल की घोषणा की गई थी। जो 36 घंटे बुधवार रात आठ बजे तक चलेगा। रेलवे बोर्ड और दक्षिण-पूर्व जोन मुख्यालय गार्डेनरीच में भी ट्रेन चालक व गार्ड भूखे पेअ धरना पर बैठे हैं, जो बुधवार शाम ही उठेंगे।
ट्रेनिंग सेंटर में भी हड़ताल: टाटानगर लोको ट्रेनिंग सेंटर के 340 से ज्यादा प्रशिक्षु ट्रेन चालक भी भूख हड़ताल में शामिल हुए। रेलवे रनिंग रुम में ठहरे रांची, आद्रा, बिलासपुर एवं अन्य स्टेशनों के गार्ड व ट्रेन चालकों ने भी खाना नहीं खाया। इससे तैयार खाना भी बर्बाद हुआ है।
चक्रधरपुर में संयुक्त धरना: ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के एमके रजक और गार्ड काउंसिल के अमित विकास के नेतृत्व में सौ से अधिक ट्रेन चालक व गार्ड चक्रधरपुर मंडल रेल मुख्यालय के समक्ष धरना पर बैठकर नारेबाजी कर रहे हैं। एमके रजक एवं अमित विकास ने फोन पर बताया कि पूरे मंडल से रनिंग कर्मचारी चक्रधरपुर पहुंचे हैं।
हड़ताल सफल: सिंह
दक्षिण-पूर्व जोन ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एचएन सिंह ने टाटानगर लोको ट्रेनिंग सेंटर में बताया कि 36 घंटे का भूख हड़ताल सफल रहा है। प्रशिक्षुओं के नहीं खाने से भी रेलवे का मनोबल टूटा है।
रेलवे बोर्ड गए पारस: भूख हड़ताल को लेकर आद्रा,खड़गपुर, रांची व राउरकेला में बैठक करने वाले जोनल महासचिव पारस कुमार दिल्ली में रेलवे बोर्ड के समक्ष भूखे रहकर धरना पर बैठे हैं। इसमें रनिंग कर्मचारियों (गार्ड-चालक) के राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हुए है।
ये हैं तीन मुख्य मांगे-
ट्रेन चालक व गार्ड रेलवे में निजीकरण रोकने, नई पेंशन स्कीम को रद्द कर पुराना पेंशन शुरू करने व सिग्नल पार करने पर नौकरी से बर्खास्त की सजा का प्रावधान खत्म करने की मांग पर भूख हड़ताल कर रहे हैं।

