जमशेदपुर। जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति ने अपने यहाँ निबंधित आर्किटेक्ट्स (एलटीपी) पर सख्ती बरती है। दरअसल ये निबंधित आर्किटेक्ट्स जेएनएसी में शपथ पत्र देते हैं कि वे सम्बंधित भवन को बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार बनवाने में भवन निर्माता को तकनीकी मार्गदर्शन देते हुए भवन का निर्माण पारित नक्शा अनुरूप करवाएंगे और यदि भवन मालिक ऐसा नहीं करता है तो उसकी अविलम्ब सूचना अक्षेस को देंगे। तभी उस भवन का नक्शा पारित होता है। नक्शा पास होने के बाद इन आर्किटेक्ट्स को अपनी मॉनिटरिंग में हो रहे भवन निर्माण की चरण दर चरण प्रगति का प्रतिवेदन जेएनएसी को देना होता है। यानि जैसे जैसे भवन निर्माण का काम आगे बढ़ता है यथा नींव स्तर, लिंटल स्तर, एक मंजिल, दो मंजिल आदि का अपडेट जेएनएसी को देना इनका विधिक दायित्व होता है। यदि इनके द्वारा समय समय पर निकाय के पास अपडेट आता रहे तो नक्शा विचलन पर प्रभावी रोक संभव हो सकती है। विभिन्न इमारतों के नक्शा पास करवाने के बाद भवन निर्माण की नियमित वस्तुस्थिति जेएनएसी को नहीं बताने के कारण विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने अपने ऐसे 9 आर्किटेक्ट्स को कड़ा नोटिस जारी करते हुए कारणपृच्छा किया है कि क्यों न उन्हें निलंबित करते हुए जेएनएसी से उनकी सम्बद्धता समाप्त कर दी जाये।
इनको हुआ है नोटिस
अनिल कुमार मरांडी,मुकेश कुमार, एलके सुमन, सतीश कुमार,लॉरेंस फ्रांसिस,अभिषेक तिवारी,सुमाना बसाक,श्रेयसी हलधर
एक पर निलंबन की कार्रवाई पूरी
एसएनपी इलाके के कई भवनों से सम्बद्ध एक एलटीपी कुणाल सिन्हा महापात्र के निलंबन की कार्रवाई लगभग पूरी हो गयी है। इनके निर्देशन में एसएनपी एरिया में बनी कई इमारतों में व्यापक स्तर पर विचलन मिला है। जेएनएसी की ओर से पहले ही नोटिस कर इन्हे पर्याप्त मौका दिया गया पर ये अपना संतोष जनक उत्तर जेएनएसी को नहीं दे पाए।
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