जमशेदपुर-अल्पसंख्यक विद्यालयों के शिक्षकों ने काला दिवस मनाया, खुले रहे स्कूल, जमकर हुई पढ़ाई, काले बिल्ले में थे मास्टर साहब
जमशेदपुर।
पूर्वी सिंहभूम जिले के अल्पसंख्यक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक समुदाय ने शिक्षक दिवस जैसे पुनीत अवसर को काले दिवस के तौर पर मनाया जिले के 59 अल्पसंख्यक प्राथमिक विद्यालयों एवं 19 अल्पसंख्यक माध्यमिक विद्यालयों में सामान्य दिनों की तरह नियमित रूप से पढ़ाई हुई लेकिन विद्यालय में शिक्षक दिवस के नाम पर कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया शिक्षक शिक्षिकाओं ने काला बिल्ला धारण कर रखा था इस काले बिल्ले को लेकर बच्चों में भी काफी उत्सुकता देखी गई हाई स्कूलों में खास तौर पर बच्चों द्वारा इसका कारण भी पूछा जाता रहा विद्यार्थियों को बताया गया कि पिछले 7 महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है इसके बावजूद वह शिक्षण कार्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी नैतिकता के साथ कर रहे हैं वहीं झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक शिक्षकेतर समन्वय समिति के बैनर तले जिला के माननीय उपायुक्त से शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल मिला माननीय शिक्षा मंत्री को प्रेषित 5 सूत्री मांग पत्र माननीय उपायुक्त को सौंपा गया जिला पूर्वी सिंहभूम मैं जिला उपायुक्त की अनुपस्थिति में अपर जिला दंडाधिकारी श्री सुबोध कुमार से प्रतिनिधिमंडल मिला प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें ज्ञापन सौंपा तथा बताया कि पिछले 7 माह से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है शिक्षक भुखमरी की कगार पर हैं इसके बावजूद विद्यालयों में पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निष्पादन कर रहे हैं भौतिक सत्यापन के नाम पर वेतन का रोका जाना शिक्षकों के लिए परेशानी का सबब बना है अपर जिला दंडाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनका मांग पत्र माननीय मंत्री को प्रेषित कर दिया जाएगा इस प्रतिनिधिमंडल में माध्यमिक विद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार जिला सचिव प्रभात कुमार सिंह उपाध्यक्ष रिजवान अहमद संयुक्त सचिव प्रणव कुमार घोष कोषाध्यक्ष विंसेंट एंथोनी डॉक्टर स्वदेश चंद्र दत्ता मीडिया प्रभारी कुलविंदर सिंह प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव बसंत कुमार मिश्रा अध्यक्ष श्रीमती अनमेरी दास सनत कुमार महंती तूहित मंडल लंबोदर आचार्य एस एन राजू अब्दुल हाफिज आदि शामिल थे
अल्पसंख्यक शिक्षकों की 5 सूत्री मांग
1 सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा लागू की जाए संयुक्त बिहार एवं झारखंड की सरकार ने संकल्प भी ले रखा है संकल्प के आधार पर ही 25 मई 2007 को छठा वेतनमान एवं 13 दिसंबर 2008 में केंद्रीय वेतनमान की सुविधा दे रखी है
- अंशदाई पेंशन योजना 2004 का लाभ दिया जाए सरकार अपने नवनियुक्त कर्मचारियों को नवीन अंशदाई पेंशन योजना का लाभ दे रही है लेकिन इससे अल्पसंख्यक विद्यालयों को वंचित रखा गया है
3 रिटायरमेंट के बाद अर्जित अवकाश का समतुल्य नगद भुगतान किया जाए सरकार अपने कर्मचारियों को 300 दिन का नगद भुगतान करती है अल्पसंख्यक स्कूलों के शिक्षक यह लाभ माननीय न्यायालय की शरण में जा कर ही ले पा रहे हैं
- सरकार द्वारा अधिसूचित शहरी क्षेत्र के शिक्षकों को परिवहन भत्ता की सुविधा दी जानी चाहिए छठे वेतनमान में इसका उपबंध है लेकिन लाभ नहीं मिला है
- अप्रैल 2016 से पूर्व कमेटियों द्वारा नियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति का अनुमोदन एवं वेतन निर्धारण किया जाए
- 24 साल अपनी सेवा पूरी करने वाले शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को सुपर स्केल अर्थात वरीय वेतनमान का लाभ दिया जाए
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