खूंटी। झारखंड के डीजीपी डीके पांडेय ने एक बार फिर नक्सलियों से अपील की है कि वह जंगल का रास्ता छोड़ विकास की मुख्यधारा में वापस लौटें, नहीं लौटने की स्थिति में पुलिस उनके खिलाफ निर्णायक अभियान चलाकर उनका खात्मा करेगी। डीजीपी खूंटी के कर्रा में मंगलवार देर शाम एक मुठभेड़ में पीएलएफआई के एरिया कमांडर मैना गोप समेत चार उग्रवादियों को मार गिराने के बाद आज कर्रा थाना पहुंचे। डीजीपी ने मीडिया से मुखातिब होने के दौरान यह ऐलान किया।
मुठभेड़ में शामिल जवानों को डीजीपी ने किया सम्मानित
डीजीपी ने मुठभेड़ में शामिल पुलिस जवानों से व्यक्तिगत रूप से बात कर उनका हौसला अफजाई की साथ ही प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित भी किया। डीजीपी ने मुठभेड़ में शामिल पूरी टीम को एसपी के नेतृत्व में चार लाख रुपए का पुरस्कार राशि भी प्रदान किया। इस मौके पर डीजीपी ने उग्रवादियों के पास से बरामद विभिन्न हथियारों का निरीक्षण किया साथ ही बरामद किए गए 16 मोबाइल के नंबर के आधार पर मामले की छानबीन करने की भी निर्देश दिया।
कई वरीय अधिकारी पहुंचे कर्रा
DGP के साथ आईजी अभियान आशीष बत्रा और सीआरपीएफ के आईजी संजय आनंद लातेकर भी मौजूद थे। इन दोनों अधिकारियों के पहुंचने के पूर्व रांची के डीआईजी अमोल विष्णुकांत होमकर, आईजी एसटीएफ आर के धान और एडीजी अनुराग गुप्ता भी कर्रा थाना पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। सभी अधिकारियों ने एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा की तारीफ करते हुए पूरी खूंटी पुलिस को इस अभूतपूर्व सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने उम्मीद जताई की जल्दी ही पुलिस के इन कोशिशों से खूंटी में पीएलएफआई का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा।
डीजीपी ने लगाये भारत माता के जयकारे
पुलिस की सफलता पर डीजीपी बेहद खुश नजर आए और उन्होंने जवानों का उत्साह बढ़ाते हुए दो बार पुलिस जवानों और अन्य अधिकारियों के साथ भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने जवानों से अपील की कि यदि उनकी हिम्मत और साहस इसी तरह से आने वाले दिनों में बरकरार रहेगी तो झारखंड में नक्सलियों का खात्मा हो जाएगा।
Comments are closed.