मुम्बई। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन में रविवार को मुम्बई फुटबाल एरेना में मेजबान मुम्बई सिटी एफसी का सामना बीते साल के चैम्पियन एटीके से होगा।
दो बार के चैम्पियन एटीके को चौथे सीजन में अब तक एक भी जीत नहीं मिली है। टैडी शेरिंघम के खिलाड़ी चार मैचों में एक बार भी जीत के लायक दमखम नहीं दिखा सके हैं। इस टीम को अब तक दो मैचों में हार मिली है जबकि दो मैच ड्रॉ रहे हैं। इस खराब प्रदर्शन के कारण ही यह टीम 10 टीमों की तालिका में फिसड्डी है।
एटीके के खाते में सिर्फ दो अंक हैं और यहां से खिताब बचाने की मुहिम उसके लिए काफी कठिन होगी। अगर उसे ऐसा करना है तो फिर उसे मुम्बई के खिलाफ जीत से शुरुआत करनी होगी।
दूसरी ओर, मुम्बई सिटी दो अपने शुरुआती तीन में से दो मैच गंवाए लेकिन इसके बाद अगले दो मैचों से अधिकतम छह में चार अंक हासिल किए। एक लिहाज से कहा जा सकता है कि कोच एलेक्सजेंडर गुइमारेस ने विपक्षी टीम को चौंकाने का सही मंत्र हासिल कर लिया है।
गुइमारेस ने मैच पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘बाहर खेले गए शुरुआती मैच हमारे लिए कठिन साबित हुए थे। हम चोट और दूसरी चीजों से परेशान रहे थे। इसके बाद हमने फैसला किया कि हम ठीक उसी अंदाज में आ जाएंगे, जिस अंदाज में हम प्री-सीजन में खेले थे और इसके बाद हम एक संतुलित टीम हो गए और अच्छा खेलने लगे।’’
बकौल गुइमारेस, ‘‘हमें अधिक गुणवत्ता के लिए इसी अंदाज में खेलना जारी रखना होगा। अगर हम ऐसा करने में सफल रहे तो हम निश्चित तौर पर घर में एक मजबूत टीम होंगे। हमारा सामना एक कठिन टीम से होने जा रहा है। एटीके का खेल दूसरी टीमों से अलग है लेकिन केरला ब्लास्टर्स से 1-1 ड्रॉ खेलने के बाद हमारे खिलाड़ी समझ गए हैं कि हमारी दिशा क्या होनी चाहिए और मैं इस बदलाव से खुश हूं।’’
एटीके अपने अंतिम मैच में चेन्नयन एफसी के हाथों हार मिली थी। उस मैच में जेजे लालपेखलुआ ने इंजुरी टाइम में विजयी गोल किया था। एटीके के लिए अच्छी खबर रोबी कीन का मैदान में उतरना और एक गोल के लिए मूव बनाना था। अगर कीन कोई गलती नहीं करते हैं तो वह रविवार को कोलकाता की रणनीति के सफल होने के पीछे अहम कारक होंगे।
शेरिंघम ने स्वीकार किया कि उनकी टीम पर दबाव है, खासतौर पर ऐसे में जबकि उनकी टीम मौजूदा चैम्पियन है लेकिन उन्हें इस बात का विश्वास है कि टीम प्रबंधन उन्हें कई चीजें आजमाने की आजादी देगा क्योंकि वह उन पर पूरा भरोसा करता है।
शेरिंघम ने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन ने देखा है कि हमने किस तरह से हमले किए हैं और अगर किस्मत ने साथ दिया होता तो हम जीत भी गए होते। हमने कुछ बेहद खराब गोल खाये हैं, कुछ डिफलेक्शन हुए हैं लेकिन इन स्थितियों को रोकने की जिम्मेदारी हमारी है। हमने अपनी समस्या खड़ी की है और अब उसे खत्म करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। अगर गोलकीपर या फिर फुल बैक खाली छोड़ दिए जाते हैं तो यह टीम के हर सदस्य की गलती है।’’
रविवार को मुम्बई सिटी एफसी अपने घर में एक आसान जीत के लिए प्रयास करेगी लेकिन एटीके का लक्ष्य एक बड़ी जीत होगी क्योंकि इससे हासिल तीन अंक उसे चार स्थान ऊपर ला सकता है। ऐसे में शेरिंघम के खिलाड़ी बीती तमाम नाकामियों को भुलाकर चैम्पियन की तरह खेलेंगे और मुम्बई को उसके घर में कड़ी टक्कर देंगे।
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