स्वदेसी मेला, छऊ ऩत्य प्रतियोगिता, यात्रा घट, वृंदावनी घट, छऊ नृत्य महोत्सव,गरिमा भारघट, कालिका घट को होगा आयोजन
जमशेदपुरः झारखंड में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित सरायकेला का चैत्र पर्व छऊ महोत्सव आगामी 5 अप्रैल से 13 अप्रैल 2015 तक सरायकेला मं आयोजित किया जायेगा. इसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. इसकी जानकारी शहर में एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पर्यटन सचिव वंदना दादेल, सरायकेला अनुमंडल पदाधिकारी सह राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के सचिव संजीव बेसरा, छऊ गुरु तपन पटनायक व अनिल कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दी. कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पदाधिकारियॆं ने बताया कि 5 अप्रैल से 7 अप्रैल तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. साथ ही शाम छह बजे से स्वदेशी मेला का आयोजन होगा, जो रात्रि नौ बजे तक होगा. 8 अप्रैल से 9 अप्रैल तक छऊ नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा. यह प्रतियोगिता सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक चलेगा. 10 अप्रैल को रात्रि दस बजे से प्रातः तीन बजे तक यात्रा घट का अनुष्ठान होगा.
पदाधिकारियों ने बताया कि 11 अप्रैल को वृंदावनी घट व नृत्य उत्सव प्रारंभ होगा. इसके तहत शाम छह बजे उद्घाटन समारोह आयोजित किया जायेगा, जिसमें सरायकेला, ममता शंकर बैले नृत्य की प्रस्तुति, मानभूम छऊ नृत्य, रागिनी मक्कर व उनके दल की नृत्य प्रस्तुति, खरसावां छऊ नृत्य, बिहू नृत्य, (असम), कलाराईपट्ट नृत्य (केरल) व गोतिपुअ नृत्य (ओड़िशा) की प्रस्तुति की इंद्रधनुषी प्रस्तुति की जायेगी. 12 अप्रैल को शाम साढ़े छह बजे से खरसावां छऊ नृत्य, ओड़िसी नृत्य, दसाई नृत्य, सरायकेला छऊ नृत्य, बाउल नृत्य, लोक नृत्य (असम व संतरिया), मयूरभंज छऊ नृत्य, मणिपुरी नृत्य व सिगुआ छऊ नृत्य. दिनांक 13 अप्रैल को चैत्र पर्व छऊ नृत्य महोत्सव का समापन समारोह का आयोजन किया जायेगा. यह कार्यक्रम रात्रि सात बजे से आयोजित होगा. इस मौके पर प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा. प्रतियोगिता के निर्णाँयकों व ग्रामीण कलाकारों को सम्मानित किया जायेगा. इसके बाद स्मारिका का विमोचन होगा. इसके साथ ही चैत्र पर्व का समापन हो जायेगा. अनिल सिंह का कहना था कि इसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना है. साथ ही यहां के कलाकारों अंतरराष्ट्रीय फलक प्रदान करना है. इसके लिए बाकायदा एक टूर पैकेज भी बनाया गया है.