सरायकेला-देश की एकता व अखंडता को है भाजपा से खतरा- डाॅ0 अजय

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सरायकेला।
देेशवासियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी एकता व अखंडता को बचाना है। इस पर भाजपा से खतरा उत्पन्न हो गया है। देशवासियों को एकजुट होकर अपने अस्तित्व की रक्षा का संकल्प लेकर संघर्ष के लिए आगे आने की आवश्यकता है। छोटा गम्हरिया में डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर सेवा समिति की ओर से दिवंगत कांगेस नेता सह अनुसूचित जाति सेल के पूर्व चेयरमैन स्व० कपिल रजक की प्रथम पुण्य तिथि पर आयोजित उनकी आदमकद प्रतिमा अनावरण समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित पूर्व सांसद सह कांगेस के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 अजय कुमार ने उक्त बातें कही। उन्होंने भाजपा को निकम्मी पार्टी की संज्ञा देते हुए कहा कि भाजपा अपनी राजनीतिक मतलब निकालने के लिए संविधान निर्माता डाॅ0 अंबेदकर का नाम अपने साथ जोड़कर देशवासियो को दिग्भ्रमित कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक टीवी की रियाल्टी शो है जो देशवासियों का इंटरटेनमेंट कर रही है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत देशवासियों से एकजुट होकर राष्ट्रहित में भाजपा को खदेड़ने की अपील किया। स्व0 कपिल रजक को गरीब-दलितों के मसीहा की संज्ञा देते हुए उन्होंने संगठन एवं सामाजिक न्याय के प्रति उनकी श्रद्वा एवं समर्पण की प्रशंसा किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सामाजिक समरसता कायम करने में कपिल रजक की भूमिका अग्रणी थी। उन्होंने उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज एवं संगठन को मजबूत करने का प्रण लेने का आह्वान किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष देबू चटर्जी, वरिष्ठ पार्टी नेता आनन्द बिहारी दूबे, अजय सिंह, केपी सोरेन, फुलकांत झा, प्रमोद सिंह, राणा सिंह, बेबी सिंह, शिव दयाल शर्मा, गंभीर सिंह, जगदीश नारायण चैबे, अंबूज कुमार दिवाकर झा, नीतू शर्मा आदि ने भी अपना उदगार व्यक्त किया। इससे पूर्व डाॅ0 अजय द्वारा स्व0 कपिल रजक की प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रथम पुण्य तिथि के मौके पर गरीब व असहाय लोगों के बीच कम्बल व साड़ी का वितरण भी किया गया। इस मौके पर दिवंगत रजक के पुत्र राजू रजक, आजाद रजक, खांदू देवी, कांगेस नेत्री शारदा देवी, सत्य किंकर दास, देवांग चंद्र मुखी, सुरेशधारी, राजमंगल सिंह, राज कुमार सिंह, सविता साहू, लखी कुमारी, एसडी प्रसाद, मिसर बंसरिया, संजय भारती, राजद नेता पुरेन्द्र नारायण सिंह, झाविमो नेता सोखेन हेम्ब्रम समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

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