बी जे एऩ एन व्यूरो पटना
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो मार्च को प्रदेश बंद का ऐलान किया है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के चलते प्रदेश को मिलने वाला विशेष दर्जा अधर में अटक गया है। प्रदेश से भेदभाव करने वाली केंद्र सरकार के खिलाफ जनता चुप नहीं बैठेगी। इससे पहले भाजपा ने भी विशेष राज्य की मांग को लेकर प्रदेश भर में ट्रेनें रोकने की चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री ने तमाम राजनीतिक दलों, संगठनों, बुद्धिजीवियों, नौकरीपेशा लोगों, कारोबारियों आदि से बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है। विधानसभा परिसर से निकलने के बाद नीतीश ने कहा कि हमारे साथ खुलेआम धोखाधड़ी हुई है। संप्रग सरकार जिसे चाहती है विशेष राज्य का दर्जा दे देती है लेकिन ये बताए कि बिहार को ये दर्जा क्यों नहीं दिया गया। पहले हमें भरोसा दिया गया। केंद्र द्वारा ही गठित रघुराम राजन समिति की रिपोर्ट में भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की बात कही गई है। बावजूद इसके केंद्र सरकार भेदभावपूर्ण नीति अपना रही है। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आर्थिक सर्वेक्षण व अपने बजट भाषण में भी इस बारे में सकारात्मक चर्चा की थी। लेकिन राजनीतिक कारणों से इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
