लखनऊ।


बिहार में चुनाव का एलान होने से पहले ही लालू-नीतीश के साथ कांग्रेस और सपा के महागठबंधन में फूट पड़ गई है। मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी ने अपमानित महसूस करते हुए गुरुवार को गठबंधन से अलग होने तथा अकेले दम पर चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी। यह फैसला सपा के संसदीय बोर्ड ने पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह की मौजूदगी में लिया। हालांकि जदयू अध्यक्ष शरद यादव देर शाम मुलायम को मनाने उनके घर पहुंचे। बाद में दावा किया कि महागठबंधन बरकरार है। लेकिन मुलायम की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है।
इससे पहले दिन में सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने गठबंधन से अलग होने का एलान करते हुए लखनऊ में कहा कि गठबंधन की बड़ी पार्टियों ने सीट बंटवारे की घोषणा से पहले सपा से बात भी नहीं की, जिससे पार्टी अपमानित महसूस करती है। यह गठबंधन धर्म नहीं है।
राम गोपाल यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से पांच सीटें भी सपा को दिए जाने की जानकारी मीडिया से मिली थी। इससे पार्टी खुश नहीं थी। उन्होंने दावा किया कि अकेले दम पर भी चुनाव लड़कर सपा पांच से ज्यादा सीटें जीतेगी। संकेत हैं कि सपा बिहार में 150 उम्मीदवार उतार सकती है।