पटना-बिहारी किसी पर बोझ नहीं, बिहारी अस्मिता का प्रतीक है -मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

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राजेस तिवारी 

पटना ।

सूबे के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में निश्शुल्क वाई-फाई सेवा की शुरुआत बुधवार से हो गई। गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से सभी तरह की सूचनाएं पाई जा सकती हैं। इससे छात्रों को पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी। सरकार इसके लिए बिजली आपूर्ति की विशेष व्यवस्था करेगी। 1मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि बिहार के लोग पूरी तन्मयता एवं मजबूती से देश की सेवा करें और देश का नाम रोशन करें। अपनी मेहनत से बिहारियों ने हर क्षेत्र में अपना मुकाम बनाया है। इस शानदार उपलब्धि और इससे जुड़े अहसास को प्रकट करने के लिए ही हम 2009 से लगातार हर वर्ष बिहार दिवस समारोह मना रहे हैं। उन्होंने सभी से मिल-जुलकर बिहार को आगे बढ़ाने की अपील की। नीतीश कुमार ने कहा कि देश के जिस कोने में चले जाएं, वहां आपको बिहारी मिल जाएंगे। ये किसी पर बोझ नहीं हैं, बल्कि जहां रहते हैं, वहां का बोझ अपने कंधे पर उठाते हैं। दिल्ली में तो इतने बिहारी हैं कि अगर वह ठान लें कि आज काम नहीं करेंगे तो पूरी दिल्ली ठप हो जाएगी।

 

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जारी रहेगी एससी, ओबीसी एवं ईबीसी छात्रों को स्कॉलरशिप
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष के आरंभ होने से पहले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा की जाएगी। देखा जाएगा कि दलित, पिछड़े एवं अतिपिछड़े छात्र अपेक्षित अनुपात में लाभान्वित हो रहे हैं कि नहीं। उनके लिए पूर्व की भांति स्कॉलरशिप भी जारी रखी जाएगी, लेकिन इसे आप्शनल बना दिया जाएगा। वे चाहेंगे तो स्कालरशिप लेंगे या स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ। कुछ लोग इस मुद्दे को लेकर नाहक भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने प्रकाश पर्व एवं बोधगया में आयोजित काल चक्र पूजा की चर्चा करते हुए कहा कि इनके सफल आयोजन से देश-दुनिया में बिहार की बहुत अच्छी छवि बनी है।

10 अप्रैल से चंपारण यात्र शताब्दी समारोह : सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण यात्र के सौ वर्ष पूरे होने पर प्रदेश में एक साल तक विशेष कार्यक्रम होंगे। शुरुआत 10 अप्रैल से होगी। 10-11 अप्रैल को पूरे देश के गांधीवादी विचारकों को विमर्श के लिए आमंत्रित किया गया है। 15 अप्रैल को मोतिहारी से पदयात्र आरंभ होगी। 17 अप्रैल को स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाएगा।

राष्ट्रपति भी होंगे शामिल

कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भाग लेंगे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी आमंत्रित किया गया है। गांवों में गांधी के विचारों पर आधारित फिल्म दिखाई जाएगी। स्कूलों में गांधी के विचार पढ़ाए जाएंगे। गांधी के विचारों को अधिक से अधिक प्रसार आज जरूरी है।

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