
राजेस तिवारी
पटना।

उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को भाजपा नेता सुशील मोदी पर जमकर निशाना साधा। कहा कि सरकार की आलोचना करना विपक्ष का काम है लेकिन सुशील मोदी हर मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। यह ठीक बात नहीं है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार विकास मिशन और अन्य विकास संबंधी योजनाओं मे विशेषज्ञों-जानकारों का मनोनयन सरकार करती है और इनसे मिले फीडबैक के आधार पर काम होता है लेकिन एेसी योजनाओं में मिली सलाह पर काम करने का निर्णय सरकार का होता है। विपक्ष को इस पर टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए।
तेजस्वी ने यह बात सुशील मोदी के उस बयान के जवाब में कही जिसमें उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को नीति व कार्यक्रम कार्यान्वयन के परामर्शी के रूप में मनोनयन पर सवाल उठाए थे। सुशील मोदी ने कहा था कि सरकार को बताना चाहिए कि आठ महीने के अपने कार्यकाल में प्रशांत किशोर ने क्या सुझाव दिए? सुमो ने प्रशांत किशोर को पद से हटाने को भी कहा था।
इसके प्रत्युत्तर में तेजस्वी ने कहा कि सुशील मोदी को हर काम में मीन-मेख निकालने की आदत हो गई है। कहा कि मोदी जी तो एकदम व्यक्तिगत स्तर पर उतर आए हैं। कुछ दिन पहले तो वे हमारे और मुख्यमंत्री के घर के कमरे की गिनती भी कर रहे थे। तेजस्वी का बयान मुख्यमंत्री को पिछले दिनों दो से अधिक बंगलों के आवंटन पर सवाल उठाने से जुड़ा है।
तब सुशील मोदी ने कहा था कि जब दो पूर्व मुख्यमंत्री (लालू और राबड़ी) दो वर्तमान मंत्रियों (तेजस्वी व तेजप्रताप) के साथ एक बंगले में रह सकते हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर अलग से बंगला क्यों चाहिए?
Comments are closed.