रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु भारतीय रेल प्रणाली में स्वच्छता में सुधार पर हमेशा बल देते रहे हैं। श्री प्रभु ने स्वच्छता को रेल बजट की अपनी घोषणाओं में भी शामिल किया। बजटीय घोषणा को लागू करने के लिए रेल मंत्रालय ने रेलगाड़ियों तथा स्टेशनों पर साफ सफाई कार्यों के एकीकृत प्रबंधन के लिए एक अलग शाखा बनाया है। इसे पर्यावरण तथा हाउसकीपिंग प्रबंधन निदेशालय नाम दिया गया है। कुछ प्रशासनिक तथा ढांचागत बदलावों को शामिल करने के बाद यह शाखा बनायी गई है।

आगे की कार्रवाई के रूप में 16 क्षेत्रीय रेलवे में एकीकृत हाउसकीपिंग शाखा स्थापित की जा रही है और इसे लागू करने के लिए जोनल रेल को योजना उपलब्ध करा दी गई हैं। पहले चरण में एकीकृत हाउसकीपिंग उत्तर रेलवे, दक्षिण मध्य तथा दक्षिण रेलवे में लागू होगा। इसके सफल कार्यान्वयन के बाद इसे अन्य क्षेत्रीय रेलवे में भी लागू किया जाएगा। इससे रेलवे में पेशेवर हाउसकीपिंग सेवा प्रदाताओं के लिए मार्ग प्रशस्त होगा और सेवा प्रदाता रेलगाड़ियों तथा प्रमुख स्टेशनों पर नई तकनीकी के साथ हाउसकीपिंग का बड़ा कार्य करेगें और आने वाले दिनों में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
अभी रेलगाड़ियों और प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर हाउसकीपिंग का काम भारतीय रेल के तीन विभाग करते हैं। इससे हाउसकीपिंग मानकों को सुधारने में सीमा सामने आती है। इसके अतिरिक्त रेलों तथा प्रमुख स्टेशनों पर हाउसकीपिंग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेषज्ञ और पेशवर लोगों की तैनाती नहीं हो पाती। हाउसकीपिंग गतिविधियों के प्रबंधन के एकीकरण से इस दिशा में बेहरतर परिणाम प्राप्त होंगे।