पटना।

दीघा के बांसकोठी स्थित माधुरी इन्क्लेव की लिफ्ट से गिरकर झंझारपुर एसडीएम जगदीश प्रसाद की पत्नी ज्योति रानी (40 वर्ष) की मौत हो गई। मंगल की शाम छह बजे हादसा तब हुआ जब बिजली कटने के कारण लिफ्ट फंस गई और निकलने के चक्कर में महिला नीचे जा गिरीं।
लिफ्ट से गिरने के बाद आनन-फानन महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। दो महीना पहले ही एसडीएम का परिवार इस अपार्टमेंट में बतौर किराये पर रहने आया था। जगदीश मूलरूप से मुंगेर के जमालपुर के रहने वाले हैं। महिला का बड़ा बेटा नौवीं, जबकि छोटा छठी कक्षा में पढ़ता है। इस हादसे की खबर परिजनों ने आधिकारिक रूप से पुलिस को नहीं दी है।
छत पर टहलने गयी थीं महिला
रोज की तरह ज्योति रानी शाम को छत पर टहलने गयी थीं। टहलने के बाद उन्हें तीसरे तल्ले पर आना था। वे में चढ़ीं और नीचे आ रही थीं कि एकाएक बिजली चली गई और पांचवें व छठे तल्ले के बीच में रुक गई। इस पर उन्होंने लिफ्ट की ग्रिल सरका कर फ्लोर पर कूदने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे के कारण उनका पैर लिफ्ट और फ्लोर के बीच में बने गड्डे में चला गया और पलक झपकते ही वह लिफ्ट के लिए बने गड्ढे के ग्राउंड फ्लोर पर जा गिरीं।
बच्चों ने देखा -आंटी गिर गईं
अपार्टमेंट में खेल रहे बच्चों की नजर सबसे पहले लिफ्ट पर गयी। उस वक्त लिफ्ट बीच में फंसी हुई थी। महिला उसके भीतर से बाहर निकलने की कोशिश में थीं। उसी वक्त हादसा हो गया। यह देख बच्चों ने शोर शराबा किया-आंटी गिर गईं। यह सुनकर अपार्टमेंट का गार्ड दौड़कर आया। उसने बाकी लोगों को हादसे की जानकारी दी।
यूडी केस दर्ज
लिफ्ट गिरने की सूचना के बाद हादसे की तफ्तीश करने गए कोतवाली डीएसपी शिब्ली नोमानी ने अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों से पूछताछ की। डीएसपी के मुताबिक महिला के पति ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा है कि तत्काल इस हादसे में कोई दोषी प्रतीत नहीं होता। लिफ्ट की खराबी के कारण हादसा हुआ। एसडीएम के बयान पर यूडी केस दर्ज कर पुलिस हादसे की जांच में जुट गयी है।
पटना में पहले भी हुए हैं लिफ्ट में हादसे
राजधानी में पहले भी लिफ्ट में हादसे हुए हैं। कदमकुआं और कोतवाली इलाके में एक दो साल के भीतर दो लिफ्ट टूटकर गिरी थी। हालांकि उस दौरान किसी की जान नहीं गई थी। इसी तरह विधानसभा चुनाव के दौरान पटना दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष भी फँस गए थे।