जामताड़ा
जब माननीय ही माफिया को समर्थन देंगे तो आम व्यवसायी का क्या हाल होगा.कोयला माफिया को बालू के धंधे में उतरने की पूरी जुगाड़ में लगे हुए है जामताड़ा विधायक इरफ़ान अंसारी. जैसे ही प्रशासन कोयला के अविध कारोबार पर लगाम कसा वैसे ही धंधेबाजो बालू की ओर रुख कर लिया. और कोयला माफिया को बालू से तेल निकलने में स्थानीय विधायक का समर्थन मिल रहा है. एक तरफ नीलामी के समय विधायक ने रद्द करने की मांग रखी तो दूसरी ओर विधायक के भाई कोल माफिया के साथ बोली लगाने पहुँच गए. जामताड़ा में १५ उबालू घाट की बंदोबस्ती होनी थी जिसमे दर्जनों लोगों ने बोली लगाई. कुल १४ घातो की बंदोबस्ती हुई जिसमे सरकार को गत वर्ष के मुकाबले १२० प्रतिशत अधिक राजस्व का फायदा हुआ. लगभग ४ करोड़ ३८ लाख में १४ घाटों की बंदोबस्ती हुई जो कहीं ना कहीं जामताड़ा विधायक को नागवार लगा. पहले तो उन्होंने पदाधिकारी को हडकाया लेकिन जब बात नहीं बनी तो उनके छोटे भाई कुछ लोगों को लेकर समाहरणालय सभागार पहुँच गए और अपने लोगों को बालू घाट बंदोबस्त करने के लिए जुगाड़ सेट करने लगे. विधायक के भाई के साथ जिले कई कोयला से जुड़े धंधेबाज नीलामी में पहुंचे. लेकिन सफलता नहीं मिलने पर विधायक इरफ़ान अंसारी ने डीसी को ज्ञापन देकर नीलामी में शामिल लोगों के दस्तावेज जांच करवाने की मांग रखी है. इस सन्दर्भ में डीसी सुरेन्द्र कुमार ने बताया की विधायक के ज्ञापन मिलने बाद सभी बिडर के दस्तावेज और ड्राफ्ट की जांच करवाई जाएगी.