एसडीओ का फरमान डी के पांडे ने सुनाया,इंदरजीत सिंह ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बैठक स्थगित की
विवादित गुरुद्वारा कमेटी में 10 से 15 दिन के भीतर चुनाव कराने का निर्देश
जमशेदपुर।
कोल्हान के सिखों की सर्वोच्च संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आम सभा को एसडीओ सुश्री माधवी मिश्रा के आदेश पर रविवार को स्थगित कर दिया गया सुबह 11:00 बजे से बैठक होने वाली थी सुबह 9:15 बजे इस आशय की आदेश की जानकारी प्रधान सरदार इंदरजीत सिंह को दी गई।
प्रशासन का आदेश मिलते ही उन्होंने चाईबासा मऊ भंडार एवं घाटशिला गुरुद्वारा कमेटी के प्रधानों को फोन कर बैठक स्थगित होने की जानकारी दी।
इधर बैठक में शामिल होने पहुंचे विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान को सरदार इंद्रजीत सिंह ने आदेश की जानकारी दी अनुमंडल प्रशासन की ओर से बताया गया कि झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की प्रवेश परीक्षा आयोजित हो रही है ऐसे में बैठक स्थगित किया जाता है।
इससे पहले प्रधान इंदरजीत सिंह ने ट्रस्टी सरदार संता सिंह ट्रस्टी सरदार रणजीत सिंह ट्रस्टी सरदार बलदेव सिंह ट्रस्टी सरदार सतनाम सिंह सिद्धू ट्रस्टी सरदार गुरमीत सिंह को भी प्रशासनिक निर्णय की जानकारी दी।
इसके साथ ही प्रधान इंदरजीत सिंह ने बताया कि प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी डी के पांडे एवं साकची के थाना प्रभारी मदन शर्मा से उनकी कार्यालय में वार्ता हुई है इसमें तय हुआ कि विवादित गुरुद्वारा कमेटी अर्थात बारीडीह बिस्टुपुर गौरी शंकर रोड जुगसलाई एवं जेम्को आजाद बस्ती गुरुद्वारा कमेटियों को सर्वसम्मति से अथवा गुप्त मतदान तरीके से 15 दिनों के भीतर चुनावी प्रक्रिया पूरी करनी है जिससे वह गुरुद्वारा कमेटी भी सेंट्रल कमेटी के चुनाव में अपनी भागीदारी अच्छे तरीके से निभा सके।
वही प्रधान इंदरजीत सिंह ने कहा कि उन सभी विवादित गुरुद्वारा कमेटियों को पिछले 3 साल के आय-व्यय का ब्योरा ऑडिट रिपोर्ट एवं रसीद सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में जमा करानी होगी प्रशासन की ओर से भी निर्देश दिया गया है कि जहां किसी गुरुद्वारा कमेटी का संविधान नहीं होगा वहां सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के संविधान के मुताबिक चुनावी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सरदार इंदरजीत सिंह ने सभी गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान एवं डेलीगेटों को बताया कि चुनाव संयोजक सरदार हरनेक सिंह के नेतृत्व में पारदर्शी निष्पक्ष एवं ईमानदारी तरीके से चुनाव संपन्न कराए जाते रहे हैं वह पक्ष विपक्ष से ऊपर रहते हैं उनकी कार्यशैली के वे कायल हैं।
सरदार इंदरजीत सिंह प्रधानों को यह भी बताया कि वह पहले से इन विवादित गुरुद्वारा कमेटी यों का सर्वसम्मति अथवा चुनाव द्वारा हल निकाले जाने के पक्ष में थे लेकिन 22 गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान ने सामूहिक रुप से अनुरोध पत्र देकर चुनावी प्रक्रिया अविलंब शुरू कराने का आग्रह किया था उन्होंने इन प्रधानों के निर्णय को स्वीकार करते हुए चुनावी प्रक्रिया शुरू करवा दी।
वहीं उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताया कि चुनाव को लेकर किसी तरह की आशंका एवं विवाद रहा है उनके अनुसार यह चुनावी माहौल है और इस में आरोप-प्रत्यारोप और विरोध प्रदर्शन का होना स्वाभाविक एवं सहज प्रक्रिया है।
उन्होंने संगत को भी बताया कि टिनप्लेट गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों ने लिखित आवेदन देकर वहां उचित कार्यवाही करने का भी आग्रह किया है वहां सरदार मंजीत सिंह एवं सरदार बलविंदर सिंह ही उम्मीदवार थे और 3 प्लेट 10 नंबर बस्ती के संगत का तर्क है कि इन्हीं दोनों में से कोई सर्वसम्मति से अथवा गुप्त मतदान द्वारा चुना जाना चाहिए किसी तीसरे पक्ष हो गए स्वीकार नहीं करेंगे।
रविवार को ही सरदार इंद्रजीत सिंह ने कहा कि यदि कहीं समझौते से कोई प्रधान चुना जाता है तो दोनों पक्षों के लोग लिखित समझौता करें जिससे बाद में प्रधान द्वारा नहीं माने जाने पर दूसरा पक्ष विवाद खड़ा कर रहा है उन्होंने सभी विवादित गुरुद्वारों को परस्पर सहमति लिखित रूप से बनाने अथवा गुप्त मतदान तरीके से चुनाव कराने का भी आग्रह किया है।
प्रशासनिक फैसले का स्वागत करते हुए सरदार इंदरजीत सिंह ने कहा कि सिख समुदाय को माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं जिला उपायुक्त अमित कुमार पर पूरा भरोसा है कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पारदर्शी तरीके से चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी और कहीं भी किसी को दबाने की कोशिश सफल नहीं होगी।
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