जमशेदपुर।04 जूलाई


पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखण्ड के ग्राम चियाबांदी, खरबंदा वन के समीप राज्य स्तरीय वन महोत्सव सह वृहद वृक्षारोपण समारोह का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जमशेदपुर से सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि आज वनों का कटाव जिस गति से हो रहा है यदि उसमें नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाला समय मानव समाज के लिए घातक होगा। जंगलों से हमें स्वच्छ वायु और आक्सीजन प्राप्त होती है और ये हमारे लिए जीवन रक्षक हैं। झारखण्ड के लोग सदैव से प्रकृति के बहुत नजदीक रहे हैं। हमारा जीवन वनों से जुड़ा है। जंगल हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि साल के वृक्ष जहाँ हमारी आस्था के प्रतीक हैं वही तेन्दू पत्ता जैसे वन्य संसाधन रोजगार का जरिया हैं, इस प्रकार से वनों से हमारा गहरा सरोकार जुड़ा हुआ है।
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने वनों की रक्षा की है और हरी-भरी धरा हमें सौंपी है। अब हमारा दायित्व है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को इसे हस्तांतरित करें। उन्होंने कहा कि पहले जंगल हरे-भरे रहते थे तो वर्षा भी समय पर होती थी। आज के समय में समयानुकूल वर्षा का अभाव हो गया है। खेती के लिए जब वर्षा की जरूरत होती है तब प्राकृतिक जल न मिल पाने की वजह से कृत्रिम तरीकों का इस्तेमाल करना होता है। उन्होंने कहा कि आज के भौतिकवादी समय में जब जलवायु अलग-अलग पड़ती जा रही है ऐसे में हमारे मुख्यमंत्री जी का यह वृहद वृक्षारोपण का आगाज अत्यन्त सराहनीय है। उनका सपना है हरा-भरा, स्वच्छ झारखण्ड जिसे सभी के प्रयासों से साकार किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला के उपायुक्त अमित कुमार ने उपस्थित जन समुदाय का अभिवादन करते हुए माननीय मुख्यमंत्री और झारखण्ड सरकार की तरफ से शुभकामनाएं प्रेषित की। ज्ञात हो कि वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री रघुवर दास के कर कमलों द्वारा सम्पन्न होना उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि चाकुलिया की धरती कई मायनों में अहम है। खासकर वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में इसकी गिनती उन क्षेत्रों में होती है जहाँ से पूरा का पूरा जन-समुदाय प्रकृति के बचाव के लिए आगे आया है। यही कारण है कि वन-पर्यावरण से सम्बन्धित किसी महत्वपूर्ण आगाज का शुभारम्भ इसी धरती से होता है। उन्होंने कहा कि यहाँ की महिलाएँ वन संरक्षण महासमितियों के माध्यम से प्रकृति के साथ तादात्म्य स्थापित करती हैं और वनों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है। श्री कुमार ने कहा कि चाकुलिया की धरती पर काजू की वृहत् पैदावार होती है। वन विभाग द्वारा छोटे-छोटे सखी मण्डलों का निर्माण काजू के पौधों के क्षेत्र में एक भगीरथ प्रयास है। ये सखी मण्डल काजू प्रसंस्करण इकाइयों में कार्य कर इसे ब्राण्डिंग देने का कार्य कर रही हैं। चाकुलिया ब्राण्ड का काजू पूरे भारतवर्ष में अपनी पहचान बनाने की गुणवत्ता से पूर्ण है। इसकी पैदावार बढ़ाने और सहयोग करने के लिए प्रशासन तत्पर है। साथ ही चाकुलिया के बैम्बू क्राफ्ट का उल्लेख भी उपायुक्त ने इस अवसर पर किया।
इस अवसर पर वन-पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव, स्थानीय जन-प्रतिनिधिगण, जिला के आला पदाधिकारीगण तथा विशाल जन-समुदाय उपस्थित थे।