जमशेदपुर। झारखंड में 16 फरवरी से शुरु हुई मैट्रिक की परीक्षा सोमवार को समाप्त हो गई। अंतिम दिन संस्कृत विषय की परीक्षा पहली पाली में दिन के दस बजे से दो बजे तक हुई। परीक्षा के खत्म होने के बाद मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने चैन की सांस ली। परीक्षा खत्म होने के बाद विद्यार्थियों के अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। मैट्रिक के परीक्षार्थियों के लिए अब प्रायोगिक परीक्षाएं तीन मार्च से 13 मार्च तक चलेगी। प्रायोगिक परीक्षाएं सभी परीक्षार्थियोें के अपने-अपने स्कूलों में होंगी। इसलिए अब परीक्षार्थियोें का फोकस प्रायोगिक परीक्षाओं की ओर केंद्रित हो गया है। गौरतलब है कि इस साल पूरे झारखंड में लगभग चार लाख 54 हजार परीक्षार्थी मैट्रिक की परीक्षा दे रहे थे।


जैक अध्यक्ष डाॅ आनंद भूषण ने बताया कि झारखंड में मैट्रिक की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थियों ने चैन की सांस ली है। सभी छात्रों ने टेंशन फ्री होकर परीक्षा दी है। हमलोग हमेशा की तरह समय से पहले रिजल्ट देंगे। मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट 10 मई तक संभावित है लेकिन उससे पहले रिजल्ट प्रकाशित किया जाएगा। यह कोशिश इसलिए है क्योेंकि हम नहीं चाहते कि रिजल्ट डिले होने की वजह से किसी छात्र की पढ़ाई प्रभावित हो।