मीडियाकर्मियों का कैमरा क्षतिग्रस्त होने से बाल-बाल बचा, मीडियाकर्मियों में भारी आक्रोश


जमशेदपुरः डीसी कार्यालय में सोमवार को उस वक्त मीडियाकर्मी हैरत व गुस्से में आ गये, जब मुख्यमंत्री रघुवर दास के भाई मूलचंद से मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गये एक सवाल पर भड़क गये, जिससे फोटोग्राफर हैरी का कैमरा गिरते-गिरते बचा. इस घटना के बाद मीडियाकर्मी गुस्से व आक्रोश में आ गये तथा इस कार्रवाई को लोकतंत्र के चौथे खंभे पर हमला बताया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मानगो स्थित शंकोसाई निवासी एक वृद्ध महिला शकुंतला देवी यह शिकायत लेकर उपायुक्त कार्यालय गयी थी कि उसका बीस कट्टा जमीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के भाई मूलचंद और उसके आदमियों ने हड़प लिया है. उक्त महिला को कांग्रेस के वरीय नेता रामनाथ प्रसाद ले कर डीसी ऑफिस आये थे. उधर जब मूलचंद को पता चला कि उक्त महिला डीसी कार्यालय शिकायत करने गयी हुई है, तो वह भी पीछे-पीछे अपने साथियों के साथ आ धमके. इसकी जानकारी जब मीडियाकर्मियों को मिली, तो मीडियाकर्मियों ने महिला द्वारा लगाये आरोप के मामले में सवाल कर उनका पक्ष जानना चाहा, लेकिन वे अपना पक्ष रखने के बजाय मीडियाकर्मियों पर ही भड़क गये और हाथापायी पर उतर आये. वे इतने नाराज हो गये कि उन्होंने वरीय छायाकार हैरी को धक्का दे दिया तथा उनक कैमरार गिरते-गिरते बचा. साथ ही एक अन्य इलेक्ट्रोनिक चैनल के कैमरा मैन को भी झिड़क दिया. इस तरह के अचानक हुए मूलचंद के व्यवहार से मीडियाकर्मी भी गरम हो गये और इसे चौधे खंभे पर हमला बताया.
उधर इस मामले में मूलचंद ने पहले तो यह कहा कि उक्त महिला को वे जानते नहीं हैं, बाद में स्वीकारा कि उक्त महिला उनसे मिली थी.
मेरे संज्ञान में मामला नहीः सरयू राय
राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय, जो समाहरणालय में प्रभारी मंत्री डॉ नीरा यादव के साथ बैठक कर रहे थे, जब बैठक के बाद बाहर निकले, तो मीडियाकर्मियों ने उनसे घटना का जिक्र किया. साथ ही मीडियाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री के भाई मूलचंद द्वारा किये के व्यवहार की जानकारी दी, तो श्री राय ने कहा कि उक्त महिला का क्या केस है, उनके संज्ञान में अब तक नहीं लाया गया है. हालांकि यह मामला उनके ही विधानसभा क्षेत्र का है. श्री राय ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है. अगर उनके पास मामला आता है, तो वे कानून सम्मत कार्रवाई करेंगे.