टैक्स बचाने व रिटर्न की उम्मीद रखने वालों के लिए अच्छा विकल्प-पंकज माथपाल
जमशेदपुर। इंडिया रिकवरी फंड -सिरीज 1 की सफलतापूर्वक लांच के बाद, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड ने सिरीज-2 पेश किया है, जो क्लोज इंडेड इक्विटी स्कीम है। क्लोज इंडेड इक्विटी फंड का उद्देश्य इक्विटी एवं इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश कर जो संभावित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुत्थान से लाभान्वित होने वाले हैं, के जरिए पूंजी को बढ़ाना है। इस संबंध में पंकज माथपाल, सीएफपी, सीडब्ल्यूएम, सीआईडब्ल्यूएम, सीपीएफए, प्रबंध निदेशक, आप्टिमा मनी मैनेजर्स प्राइवेट लिमिटेड का कहना है कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया रिकवरी फंड सिरीज 2 उन लोगों के लिए निवेश का एक अच्छा विकल्प है जो इक्विटी पर मिलने वाले टैक्स बचाने वाले रिटर्न की उम्मीद करते हैं। जारी प्रेस विज्ञाप्ति में पंकज माथपाल ने आगे बताया कि इस स्कीम की प्रदर्शन का आंकलन एसएंडपी बीएसपी 500 इंडेक्स के आधार पर किया जाएगा। मौजूदा आयकर कानून के तहत डिविडेंड से प्राप्त आय पर कोई टैक्स नहीं लिया जाता है और साथ ही साथ इक्विटी के स्कीम से प्राप्त दीर्घावधि कैपिटल गेन पर भी ऐसा ही होता है। बृहद संकेतकों में होते सुधार, नए और वर्तमान प्रोजेक्टों पर खास जोर, व्यवसायिक माहौल में आए थोड़े से उछाल और भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के प्रति सरकार का प्रयास रंग लानेवाला है। चूंकि इस स्कीम में इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश किया जाएगा, अत एव भारतीय अर्थव्यवस्था की रिकवरी के साथ -साथ इन्हें फायदा अवश्य मिलेगा। बड़े बाजारों में यह औरो से बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है। स्कीम क्लोज्ड इंडेड ढांचा फंड मैनेजरों को इसकी अनुमति देगा कि वे इस पर लंबी अवधि की शर्त लगा सकें क्योंकि स्कीम की अवधि के दौरान इसे भुनाने का कोई दबाव नहीं होगा। उन्होंने आगे यह भी बतरया कि स्कीम का ज्यादातर हिस्सा इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश किया जाएगा। परिणाम स्वरूप यह इक्विटी बाजार के उतार-चढ़ाव का बहुत नजदीकी से अनुसरण करेगा। किसी भी इक्विटी स्कीम में बाजार का जोखिम लगा रहता है परन्तु यह स्कीम जोखिम की सीमा को कम करने के लिए डेरिवेटिव का उपयोग कर सकता है।
स्कीम का विवरण-आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया रिकवरी फंड सिरीज 2, 3.5 साल की क्लोज इंडेड इक्विटी स्कीम है। नियमित और साथ ही डाइरेक्ट प्लान के तहत केवल डिविडेंड पेआउट की पेशकश यह स्कीम करती है। न्यूनतम आवेदन राशि 5000 रुपए है और उसके बाद यह 10 के गुणक में है। क्लोज इंडेड स्कीम होने की वजह से निवेशक इसमें केवल एनएफओ के दौरान एकमुश्त राशि का निवेश कर सकते हैं। एक क्लोज इंडेड स्कीम होने के कारण निवेशक इस युनिट को मैच्योरिटी के पूरे होने से पहले नहीं भुना सकते हैं लेकिन वे अगर डिमैट स्वरूप में इसे रखते हैं तो इसका स्थानांतरण कर सकते हैं। इस स्कीम में कोई प्रवेश या बाहर जाने (एंटृी या एक्जिट लोड) का शुल्क नहीं है। यह एनएफओ 18 मार्च से लेकर एक अप्रैल 2015 तक खुला है। इस स्कीम के तहत पूरे बाजार के पूंजीकरण में निवेश किया जाएगा। यह फंड मृणाल सिंह और रजत चांडक द्वारा प्रबंधित किया जाएगा, जिन्हें म्युचुअल फंड उद्योग में अच्छी प्रदर्शन करनेवाली कुछ स्कीमों का प्रबंधन करने का अनुभव है।

