
कानून व्यवस्था, गुप्तचरी पर, जोर लगा दो ज्यादा,
चोरी- डाका हो लूटमार बंद, पूरा कर दो अपना वादा।
बलात्कारी बचे न ज़िंदा, आतंकी को मौत मिले,
संसद में भी यह बतला दो, है ऐसा अपना इरादा।

गुनहगार की हमदर्दी में, जो यहाँ आवाज उठायें,
कानून को धता बताकर, अपना रौब जमायें
उन पर भी हो कानून का फन्दा, देखें जेल का रस्ता
ऐसे गुनहगार हमदर्दों को, मौत की सज़ा दिलाएं।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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