
HEALTH DESK : आयुर्वेद एक ऐसा नाम है जिस पर हम ऑखे बन्द करके भरोसा करते है और करे भी क्यो न ये हमारे देश का गर्व है ऐसी कोइ बिमारी नही जिसका आयुर्वेद मे इलाज न हो आज हम बात करेंगें पायरिया की ये रोग है दातो की , सुन्दर दॉत हमारे चेहरे की मुस्कान को और भी बढा देती है। लेकिन पायरिया एक ऐसी रोग है जो हमारे चेहरे की मुस्कुराहट छीन लेती है इसके होने के बहुत से कारण हो सकते है जैसे मुह ठिक से साफ न करना , विटामिन और मिनरल्स का कमी , महिलाओ में हॉर्मोन का असंतुलन इत्यादि
आयुर्वेद में स्वास्थ दांतो और मसुरो के लिये नीम , अपामार्ग , करंज साल और अनेक प्रकार के दातुनो को अहम स्थान दिया गया है बबुल की छाल , हर्रे ,बहेडा आंवला कालीमिर्च , हल्दी और सेधा नमक का मिश्रण एक रामबान प्रयोग है पायरिया के मरिजो के लिये साथ ही स्वस्थ मसुंडो के लिये सुबह और शाम दोनो वक्त दांतो की सफाई करनी चाहिये ताकि भोजन का कोई कण दातो के बीच फंसा न हो ये बचे कण हि दांतो में सड़न पैदा करती है। इसके अलावा हम हल्दी , नमक और सरसों के तेल से रोजाना दांता और मसूड़ो की मालिश करे तो भी इस बीमारी से निजात मिल सकती है।