
बीएमएन व्यूरों नई दिल्ली,26 फरवरी

रुस निर्मित पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न के मुंबई तट से 80 किलोमीटर दूर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सात नौसैनिक घायल हो गए और दो लापता है । वही इस मामाले में पनडुब्बी हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नेवी चीफ एडमिरल डीके जोशी ने इस्तीफा दे दिया हैं ।वही रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उनका इस्तीफा तुरंत स्वीकार कर लिया हैं।नियमित नौसेना प्रमुख की नियुक्ति होने तक वर्तमान नौसेना उप-प्रमुख वाइस एडमिरल आर.के. धवन कार्यवाहक नौसेना प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे ।
बताया जाता हैं कि जोशी का कार्यकाल अभी 15 माह बाकी हैं।
नौसेना के सूत्रों ने बताया कि मुंबई बंदरगाह पर आईएनएस सिंधुरत्न अभ्यास कर रही थी। उसी दौरान पनडुब्बी के बैटरी कक्ष में एक रिसाव हुआ और सवार नौसेनाकर्मियों का दम घुटने लगा। उन्होंने बताया कि नौसेना कर्मी बेहोश हो गए और उन्हें हेलीकॉप्टर से मुंबई में नौसेना के अस्पताल आईएनएस अश्विनी ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की अगुवाई में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
दुर्घटना से क्षुब्ध रक्षा मंत्रालय ने नौसेना से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। भारतीय नौसेना युद्धक यान के दुर्घटनाग्रस्त होने की यह दसवीं घटना है और पिछले सात महीने में यह तीसरी पनडुब्बी दुर्घटना है।
घटना के समय पनडुब्बी पानी के अंदर थी और उसे सतह पर लाया गया। उस वक्त उस पर कम से कम 70 अधिकारी एवं कर्मी तैनात थे। सिंधुरत्न की हाल में मुंबई में मरम्मत हुई थी और दिसम्बर में इसे नौसेना को सौंपा गया था। इसे दो अभ्यास से गुजरना था- एक बंदरगाह पर और दूसरा समुद्र में और इसके बाद इसे अभियान तैनाती की मंजूरी दी जानी थी।
जब दुर्घटना हुई तो यह कार्य दो (समुद्र में अभ्यास) पर थी। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को घटना के बारे में बताया जो सशस्त्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी दुर्घटना से अवगत कराया गया।
रूस निर्मित पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न बुधवार को ही मुंबई तट से 80 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें सात नौसैनिक जख्मी हुए जबकि दो अभी भी लापता हैं. दुर्घटना के समय पनडुब्बी में 70 अधिकारी और सैन्यकर्मी मौजूद थे और यह पानी के अंदर थी.
रूस निर्मित पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न बुधवार को ही मुंबई तट से 80 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें सात नौसैनिक जख्मी हुए जबकि दो अभी भी लापता हैं. दुर्घटना के समय पनडुब्बी में 70 अधिकारी और सैन्यकर्मी मौजूद थे और यह पानी के अंदर थी.
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