सभापति ने मंत्री को पत्र लिख कर मामले से कराया था अवगत
संजय कुमार सुमन
सहरसा – एक हिन्दी दैनिक के पत्रकार अजय कुमार के द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री के नाम लिखे जान माल के न्याय की गुहार का मामला अब तुल पकड़ने लगा हैं।
बिहार विधानसभा में आंतरिक संसाधन एवं केन्द्रीय सहायता समिति के सभापति यदुवंश कुमार यादव ने एक पत्र राज्य के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री मदन मोहन झा को एक पत्र लिख कर कहा है कि उक्त पत्रकार को मैं निजी तौर पर जानता हूं वे एक निर्भीक होकर गलत मामलें को अखबार के माध्यम से उजागर करने का काम करते हैं जिसकी वजह से वे अक्सर किसी ना किसी रूप में कोपभाजन का शिकार होते रहते हैं। वर्तमान में एसडीओं सिमरी बख्तियारपुर के कोपभाजन बने हुये हैं।
इसी पत्र के आलोक में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री ने उक्त मामले की जांच के आदेश जिला समाहर्ता सहरसा को दिया हैं।
यहां बताते चले कि अजय कुमार ने एक पत्र मुख्यमंत्री बिहार को लिख कर कहा था कि सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ के काले कारनामे अखबार में प्रकाशित होने पर दुर्भावना से ग्रसित होकर बिहार सरकर की गैरमजरूआ खास व हाट सैरात की जमीन को कुख्यात अपराधियों के हाथ रजिस्ट्री कराकर मेरे घर को उजाड़ बेदखल कर कब्जा कराने की साजिश करने एवं विरोध करने पर मेरा या मेरे परिवार के सदस्यों की हत्या हो जाने की आशंका है ।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पत्रकार अजय कुमार ने कहा कि मौज़ा बख्तियारपुर , थाना न. 64 , खाता पुराना – 391 , खेसरा पुराना -1975 व 4272 , बिहार सरकार की गैरमजरूआखास व हाट सैरात की जमीन है । मैं भूमिहीन हूं । दोनों खेसरा की मिलजुमला रकवा करीब 1 कट्ठा 6 धूर पर मैं विगत 35 – 40 वर्षों से ईंट , खपरैल व फूस का घर बनाकर लगातार सपरिवार निवास करते आ रहा हूं।एसडीओ ने दुर्भावना से भूमाफिया , सफेदपोश , पूंजीपतियों , बिचौलिये, दबंगों व मेरे विपक्षियों से सांठ – गांठ कर उक्त सरकारी जमीन को कुख्यात अपराधियों के हाथों रजिस्ट्री कराकर मुझे बेदखल करने की साजिश की जा रही है । इस बात का विरोध करने पर मेरी हत्या भी हो सकती है। इसी उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुये मंत्री ने सभापति के पत्र के आलोक में जांच के आदेश दिये है।
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