बारेसांढ़ (लातेहार) ।
पलामू व्याघ्र परियोजना के गारू पश्चिमी प्रक्षेत्र के बी.सी. 10 कम्पार्ट में करसोपानी नामक स्थान में एक नर मकना हाथी की विषम परिस्थिति में मौत हो गई . जिसकी सुचना वन विभाग के ट्रेकरों द्वारा डीएफओ को दी गई .हाथी की उम्र 25- 30 वर्ष बताई गई .जिसकी मौत करीब 2- 3 दिन पूर्व हुई है . सुचना पाकर डीएफओ महालिंगम ,रेंजर अशोक सिंह व अन्य वन्य कर्मी पहुँच कर हाथी के मौत की जाँच में जुट गए . जाँच करने आये रांची जु के डॉक्टर अजय कुमार एवं पशु चिकित्सा पदाधिकारी हरिलाल महतो ने हांथी के मरने की वजह को एंथ्रेक्स नामक बीमारी से होने की सम्भावना व्यक्त किये . एंथ्रेक्स बीमारी बैक्टीरिया के कारण होता है जो किसी भी जिव को हो सकता है यह बैक्टिरिया जानलेवा है . और कहा कि मामले की जानकारी के लिए हम मृत हाथी के शरीर से सेम्पल ले जा रहे है उसके बाद ही हाथी के मरने के कारण की जानकारी मिल पाएगी .इन क्षेत्रों में हाथियों का दल लंबे समय से भ्रमण कर रहा है . अभी हाल के दो सप्ताह पूर्व गारू पश्चमी क्षेत्र के बी सी कम्पार्ट 16 के हुलुक कटलेदा नामक स्थान में नर मकना हाथी की मौत हो गई थी जिसकी वजह बुढा हो जाना एवं ढलान से गिरना बताया गया था.
इस सन्दर्भ में मौके पर उपस्थित डीएफओ महालिंगम ने कहा कि नर हाथी के मौत किस परिस्थिति में हुई है इसकी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चल पायेगा .वन्य जीव की मौत किस बीमारी से हुई है उस कारन को जानने के लिए वन विभाग अंतिम चरण तक प्रयासरत रहेगा .
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