रांची । आजीवन सहयोग निधि को लेकर रिम्स सभागार में बुलाई गई भाजपा की प्रांतीय बैठक में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सीमा शर्मा को मुख्यमंत्री रघुवर दास और भाजपा पदाधिकारियों से उलझना भारी पड़ गया। भाजपा ने उनकेआचरण और व्यवहार को संगठन की रीति-नीति एवं परंपराओं के विरुद्ध मानते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। 1 वाकया कुछ ऐसा था कि प्रांतीय बैठक में मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद मंच का संचालन कर रहे अनंत ओझा ने नवीन जायसवाल को धन्यवाद ज्ञापन के लिए बुलाया। इससे पहले की नवीन जायसवाल कुछ बोलते सीमा शर्मा ने सवाल उठाया कि हम लोगों की राय भी ली जाएगी क्या? उनका अचानक इस तरह का रुख देखकर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और मुख्यमंत्री एक दूसरे का मुंह देखने लगे। सीएम ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि आपको बोलना है तो कार्यसमिति बैठक में अपनी बातें रखे। इस पर सीमा शर्मा ने कहा कि कार्यसमिति बैठक में हमें बोलने नहीं दिया जाता। हम सिर्फ भाषण सुनने नहीं आते। कोई कुछ बोलता है तो डांट दिया जाता है। इस पर सीएम ने कहा कि किसे डांट दिया जाता है। इतने में हो-हंगामा शुरू हो गया। सीएम का रुख भी तनिक सख्त हुआ उन्होंने कहा कि यह अनुशासनहीनता है। इस पर भी सीमा शर्मा खामोश नहीं हुईं, कहा कोई अनुशासनहीनता नहीं है। हम पार्टी फोरम पर बोल रहे हैं। इस बीच हो-हंगामा बढ़ने लगा। अनंत ओझा मंच से विवाद संभालने की कोशिश करते दिखे । हंगामा बढ़ता देख सीमा शर्मा बैठ गई। इसके साथ ही बैठक की समाप्ति की घोषणा कर दी गई।
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