राज कुमार झा
मधबनी ।
जिला के अरड़िया निवासी पैंसठ वर्षीय श्री गुणानन्द झा को बिहार सरकार द्वारा दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। हैरत की बात तो यह है कि दो साल पूर्व एक आठ दो हजार पंद्रह ईसवी में हीं पंचायत सचिव श्री दुर्गानन्द झा की अनुसंसा पर झंझारपुर के सिविल एसडीओ ने गुणा झा की पेंशन की स्वीकृति कर दी थी। बावजूद इसके श्री झा को आज तक एक रुपया नहीं मिल सका है। छह मार्च को बजरिये रजिस्ट्री उन्होने झंझारपुर के सिविल एसडीओ जगदीश कुमार को इस संदर्भ में एक आवेदन पोस्ट किया है। आवेदन के साथ हीं श्री झा ने एसडीओ द्वारा स्वीकृत आदेश पत्र की छाया प्रति, बैंक एकाऊंट की छाया प्रति के साथ साथ अपने पहचान पत्र और आधार कार्ड की टू कॉपी भी संलग्न किया है। स्वर्गीय शिवशरण झा के चार पुत्रों में दूसरे स्थान पर रहने वाले गुणा झा पिछले पचास सालों से डोमा चौक पर बस स्टैंड के ईंचार्ज का काम करते आ रहे हैं। मुखिया प्रत्याशी वन्दना झा ने इस मामले में अविलम्व पहल करते हुए गुणा झा को पेंशन की राशि मुहैया कराने का अनुरोध सिविल एसडीओ से किया है। मालूम हो कि अब पेंशन की राशि सीधे लाभुकों के बैंक एकाऊंट में हीं आने लगी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे दो सौ से बढ़़ाकर चार सौ कर दिया है। झंझारपुर प्रखंड के सत्रह ग्राम पंचायतों एवं एन ए सी झंझारपुर में पेंशन योजना का हाल बद से बदतर हो गया है। गांवों में सैंकड़ों वृद्ध, विधवाऐं एवं विकलांग लाभार्थी बीमार होकर लाचार बने हुए हैं। सभी पंचायतों में कार्यरत विकास मित्र और मुखिया, सरपंच को लोग कई बार अपना एकाऊंट नम्बर, पहचान पत्र एवं आधार कार्ड की फोटो स्टेट देते देते थक हारकर घर बैठ चुके हैं।
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