भागलपुर – चौबीस घटे के अंदर हत्या से दहला

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भागलपुर।
भागलपुर मे प्रशासनीक व्यवस्था पर उँगली उठना शुरु हो गया है।यहाँ चौबिस घंटे के अंदर हो चुकी है दो हत्याए।भागलपुर के नवगछिया मे खासकर अपराधी बहुत आसानी से कर रहे हैं लोगो की हत्या और घटना स्थल पर बाद मे पहुँचती है पुलिस।कल दिनदहारे बेखौफ बदमाशो ने नाबोध बच्चे के सामने जमीनी विवाद को लेकर स्कुल परिसर मे भून डाला और पुलिस करीब आधे घंटे बाद पहुँची,इससे यहाँ के लोग दहसत मे है।लोगो का कहना है यहाँ पुलिश का शाशन नही अपराधियो का शाशन है।पहले तो सारी घटना मे अधिकारी छोटवा यादव का नाम आने की बात कहकर पल्ला झारते थे लेकिन अब तो उसे भी एसटीएफ की मेहनत से सफलता मिलि और जेल भेजा गया।जबकि विनोद यादव की भी हत्या होने के बाद भी यहाँ के प्रशाशनिक व्यव्शथा को लेकर उँगली उठी थी लेकिन इसे भी सरकार ने नजर अंदाज कर दिया।लोगो का कहना था अगर सरकार ने एसटीएफ की टीम गठित नही करती तो कुख्यात छोटवा की गिरफ्तारी नही होती।कल गोपालपुर मे हुई हत्या और आज लोदीपुर मे भी हुई हत्या से पुलिस की दरिन्दगी बयां करती है।खासकर नवगछिया मे आय दिन रोजाना अपराधी तांडव मचा रहे है और पुलिस जाँच की बात कहकर अपना पिन्ड छुराते नजर आ रहे है।ऐसा ही एक घटना 30/11/2017को नवगछिया के सिमरा किसान पर ही गोली चलाई गयी थी वे सभी अधिकारी को लिखित आवेदन मोबाईल मे रखे साक्ष्य और गवाह एसडीपीओ के सामने प्रस्तुत किया लेकिन डिएसपी के चहेते माने जाने वाले सिपाही गुलाब पासवान पीरित पक्ष के विरोधी से सांठ गाठ कर पर्यवेक्षन रिपोर्ट मे मुकुल कुमार रंजन ने सामान्य धारा लगाकर अपराधी को छूट दिया जिससे अपराधी खुद फोन कर किसान को पुलिस को खरीदने की बात कहकर धमकी दे रहे है फिर ये न्याय की भीख आइजी एसपी सभी वरीय पदाधिकारियो के पास गुहार आवेदन के साथ लगा रहे है लेकिन सिर्फ आश्वाशन ही मिल रही है इससे जनता का विश्वाश उठ चुका है और अपराधी फल फूल रहे है ।कल जिनकी हत्या हूई है उन्होने पुलिस के पास आकर भी अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी लेकिन उसको कौन सुनता।सबसे अधिक जमीनी विवाद को लेकर भागलपुर जिले मे हत्या हो रही है तो वह नवगछिया है और यहाँ के पुलिस पदाधिकारी सिर्फ मिडिया के सामने गोल मटोल बात कर किसान की सुरझा की बात करते हैं।यहाँ तो कुछ ऐसे सिपाही है जो पंद्रह साल से कार्यालय मे है और पदाधिकारी को मोटा रकम देकर खुश रखते है और अपनी मनमानी करते है।लोगो का कहना है यहाँ सुशाशन नहीं कुशाशन है,यदि आपके पास पैसा है तो न्याय मिलेगा अन्यथा नवगछिया पुलिस से इसकी उम्मीद नही कर सकते।

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