देवघर।
उपायुक्त राहुल सिन्हा द्वारा आज देवीपुर प्रखंड अंतर्गत खड़कुंआ पंचायत के भोजपुर गाँव एवं झुमरबाद गांव के कुटीर उद्योग स्थल का निरीक्षण कर उसे बढ़ावा देने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। साथ हीं भोजपुर गांव में विगत कई वर्षों से बंद पड़े लोहार शेड को पुनः चालू कराने का निर्देश भी उपायुक्त द्वारा दिया गया एवं कहा गया कि उक्त शेड में लोहे का बर्तन बनाने का कार्य पुनः शुरू किया जाय; ताकि शेड के बंद पड़े रहने के कारण वहां के कारीगरों को अपने-अपने घरों में कम संसाधनों के बीच लोहे का बर्तन बनाने का काम न करना पड़े और उसी कार्य को शेड में करने में सहुलियत हो।
वहीं उन्होंने कहा कि झुमरबाद गांव में ग्रामीणों द्वारा लाह की चूड़ी निर्माण का कार्य किया जाता है, जिसे उद्योग विभाग के सहयोग से और अधिक बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके अलावा उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि उद्योग विभाग के अधिकारी, मैनेजर, जी0एम0, प्रखंड समन्वयक आदि द्वारा भोजपुर व झुमरबाद में कुटीर उद्योग से संबंधित सभी तरह के स्थल का निरीक्षण कर इससे संबंधित रिपोर्ट विभाग को भेजा जा चुका है। साथ हीं उन्होंने कहा कि देवीपुर प्रखंड में लगभग तीन हजार कारीगर हैं; जिनके सहयोग से इस क्षेत्र में कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जा सकता है एवं सरकार भी इस दिशा में प्रयासरत है।
मौके पर उपायुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिये जाने हेतु आवश्यक है कि यहाँ के महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूह बनाकर कार्य किया जाय एवं उनके द्वारा बनाये गये सामानों को बाजार तक भेजने के लिए उचित माध्यम तैयार किया जाय; ताकि तैयार किये गये माल का अधिक से अधिक सप्लाई हो सके और कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा मिले।
इसके अलावा उपायुक्त द्वारा कहा गया कि इसके तहत् कच्चा माल पहले ही उपलब्ध कराया जा चुका है एवं निर्माण किये गये कढ़ाई, तवा एवं खल- मूसल आदि हेतु बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं बाजार उपलब्ध कराने के संदर्भ में उपायुक्त द्वारा ग्रामीणों को सुझाव दिया गया कि आप सभी में से हीं कुछ लोग जिले के विभिन्न हाट-बाजारों में तथा अन्य राज्यांे में भी भ्रमण कर उपयुक्त बाजार की तलाश करें एवं यहां निर्मित किये गये सामानों की बिक्री करायें; ताकि लोगों के आय में वृद्धि हो सके।
साथ हीं उन्होंने ग्रामीणों से अपील किया की लोगों द्वारा समिति बनाकर लोहार शेड, लाह चूड़ी शेड एवं बुनकर शेड के निगरानी का कार्य किया जाय तथा मशीनों के मरम्मति, रख-रखाव आदि का कार्य कराया जाय। साथ हीं समिति के माध्यम से मशीनों के उपयोग पर शुल्क निर्धारित किया जाय तथा इन शुल्क से हुए आय का उपयुक्त उपयोग किया जाय। साथ हीं उन्होंने कहा कि लोग मिलजुल कर पूरी जिम्मेवारी के साथ कार्य करें। वहीं उन्होंने उद्योग विभाग को निदेश दिया कि इन शेडो हेतु जो आवश्यक मशीनरी है, उसका सूची बनाकर नियमानुसार उपलब्ध कराया जाय।
मौके पर उपरोक्त के अलावा जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक दिलीप कुमार शर्मा एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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