सोनम कुमारी
दुमका।
विश्व प्रसिद्व तीर्थस्थल बासुकीनाथधाम में हजारों की संख्या में श्रद्वालु प्रतिदिन आते है और शिवगंगा पर डुबकी लगाकर बाबा की पूजा अर्चना करते है।पौराणिक मान्यता है कि शिवगंगा में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते है। यही वजह है कि दुमका जिला अन्तगर्त जरमुंडी प्रखंड स्थित बासुकीनाथधाम के शिवगंगा में डुबकी लगाने के लिए सालों भर श्रद्वालु आते है लेकिन शिवगंगा के चारों ओर पसरी गंदगी देखकर रोंगटा खड़ा हो जाता है।शिवगंगा का पानी नियमित सफाई नहीं होने से दूषित हो गया है। पानी का रंग मटमैला हो गया। और तो और शिवगंगा तट पर कूड़ा का अंबार लगा हुआ है। शिवगंगा की साफ – सफाई नहीं होने से श्रद्वालुओं को एक ओर जहां स्नान करने में परेशानी हो रही है दूसरी ओर देश – विदेश से आने वाले श्रद्वालुओं के बीच झारखंड सरकार की छवि भी खराब हो रही है। हाल ही में संताल परगना के साहिबगंज दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया था। यहां तक कि मुख्यमंत्री रघुवर दास देश- विदेश के श्रद्वालुओं को आकर्षित करने के लिए बासुकीनाथधाम, मलूटी व बैद्यनाथधाम को एक टूरिस्ट सर्किल बनाने की घोषणा की है। वहीं दूसरी ओर बासुकीनाथ मेला प्रबंधन समिति के कतिपय पदाधिकारियों की लापरवाही से राज्य सरकार की छवि धूमिल हो रही है। जानकारों की मानें तो बासुकीनाथधाम में प्रतिवर्ष एक करोड़ से ज्यादा श्रद्वालु आते है जिसमें सिर्फ सावन माह में ही 40 लाख श्रद्वालु पूजा अर्चना करने आते है। एक अनुमान के मुताबिक अगर प्रत्येक श्रद्वालु एक रूप्या भी मंदिर प्रबंधन को दान में देता है तो एक करोड़ से ज्यादा राशि इन श्रद्वालुओं से प्राप्त हो जाती है उसके बावजूद भी मेला प्रबंधन समिति मंदिर व शिवगंगा की साफ – सफाई के प्रति उदासीन बने हुए है। इस बाबत पूछे जाने पर जरमुंडी प्रखंड के बीडीओ सह मंदिर प्रभारी संजय दास कहते है कि समय – समय पर शिवगंगा की साफ -सफाई की जाती है लेकिन हजारांे की संख्या में प्रतिदिन श्रद्वालु यहां आते है। उस लिहाज से साफ -सफाई की व्यवस्था थोड़ी और बढ़ायी जायेगी।
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