बी जे एन एन जमशेदपुर ४ मार्च
दिवंगत सांसद सुनील महतो के शहादत दिवस पर उनकी पत्नी और पूर्व सांसद सुमन महतो ने अपने पति की हत्या के मामले की सीबीआई जाँच की धीमी गति पर सवाल उठाएं हैं. आज कदमा में सर्व धर्म सभा का आयोजन करते हुए सुमन महतो ने मीडिया के माध्यम से पूछा है कि एक सांसद को जब न्याय मिलने में इतनी देर हो सकती है तो ऐसे में एक आम आदमी कैसे न्याय की आस लगाए। सुमन महतो आज भी उस दौर को याद कर फफक पड़ती है जब उन्हें अपने पति की हत्या की खबर मिली। वो ४ मार्च २००७ की मनहूस शाम थी, जब घाटशिला के बाघुडिया में एक फुटबॉल मैच के कार्यक्रम दौरान सुनील महतो की नक्सलियों के एक दस्ते ने गोली मरकर हत्या कर दी. उस दिन होली का दिन था और ऐसे में सुनील महतो को वहाँ बार-बार अनुरोध करके आमंत्रित किया गया था. हत्या के बाद इस पर सवाल उठे थे। मामले की सीबीआई जाँच चल रही है. इस दौरान दो नक्सलियों की गिरफ़्तारी कर खानापूर्ति कर दी गयी, लेकिन मुख्य आरोपी नक्सली पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर है. सुमन महतो को लगता है कि हत्या के इस मामले को ठन्डे बस्ते में डाला जा रहा है. उनका विचार है कि इस मुद्दे पर सबको मिलकर आगे आना चाहिये।
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