जामताङा-जामताड़ा के युवक कि अरब में संदिघ्ध मौत

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संवाददाता जामताड़ा

जब दोस्त ही दुश्मन बन जाए तो बहार वाले पर क्या आरोप लगाना. घर से बेहतर नौकरी का झांसा देकर अरब ले गया और वह उसकी आकस्मिक मौत हो गई. लेकिन मरने कि सुचना तक देना दोस्त ने जरुरी नहीं समझा. मामला जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र का है. जहाँ के इमरान अंसारी कि मौत अरब में एक वर्ष पूर्व हो गई. घरवालो ने इमरान के दोस्त इदु मियां पर हत्या का आरोप लगाया है. साथ ही कार्रवाई कि मांग को लेकर ग्रामीण एसपी आवास पर पहुंचे.

रोजी-रोटी कि तलाश में सउदी अरब गए इमरान वापस घर तो नहीं पहुँच सका अलबत्ता उसके इंतकाल कि खबर उसके परिजनों तक जरुर पहुँच गई. उसके लिए भी घरवाले और ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. परिजनों का कहना है कि इमरान कि हत्या कि गई है. वह दलाल के चंगुल में फंस गया था. गांव के ही इदु मियां ने इमरान को अरब लेकर गया था. मौत कि खबर मिलने पर आक्रोशित परिजन और ग्रामीण एसपी आवास पहुँच कर डेड बॉडी मंगवाने और इदु के खिलाफ कार्रवाई करने कि मांग कर रहे थे.

लगभग एक वर्ष पहले इमरान को अच्छी नौकरी दिलाने कि बात कह कर इदु अपने साथ अरब ले गया. लेकिन वहां उसे किसी और जगह पर नौकरी के लिए भेजा जहाँ इमरान को प्रताड़ित किया जाता था. पहुँचने के बाद से ही इमरान घरवाले को किसी मुश्किल में फसने कि और हत्या कर दिए जाने कि आशंका से अवगत कराया था. अनहोनी कि आशंका से इमरान के परिजनों ने इदु मियां पर जामताड़ा के नारायणपुर थाना में धोखाधड़ी के साथ बहला-फुसलाकर ले जाने और हत्या करने का मामला दायर किया था. विदित हो कि इमरान का वीसा और पासपोर्ट का इंतजाम भी इदु मियां ने ही किया था.

प्राथमिकी दर्ज होने के बाद परिजनों ने पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाया तो सउदी अरब सरकार से संपर्क स्थापित किया गया. सउदी से आये फैक्स के आधार पर बुधवार को परिजनों को पुलिस ने इमरान के मौत कि सुचना दी गई. सउदी अरब सरकार ने फैक्स भेजकर शव के अंतिम संस्कार कि कार्रवाई के लिए प्रक्रिया आरम्भ करने कि बात कही है. फैक्स के माध्यम से बताया गया कि इमरान कि मौत २० मार्च २०१४ को ही हो गई थी. जबकि इमरान १९ फरवरी २०१४ को वह अरब गया था. मौत कि खबर मिलने के बाद गांव में मातम छा गया है. इमरान के परिवार में अब एक बूढी माँ, पत्नी, ५ बेटी और १ बेटा है. जबकि कमाने वाला वह इकलौता व्यक्ति था.

इस मामले में एसपी नागेन्द्र चौधरी ने बताया कि सउदी दूतावास से आये फैक्स के आधार पर परिजनों को सूचित किया गया है. शव लाने के सन्दर्भ में परिजन जो निर्णय लेंगे उसमे प्रावधान के अनुसार मदद कि जायेगी.

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