जमशेदपुर। 15 मार्च
सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन के विरोध में बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा डिमना चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। इस धरने में झामुमो जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन, पार्षद पिंटू दत्ता सहित कई लोग शामिल हुए। इस सर्दभ मे झारखंड मुक्ती मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने कहा कि सरकार की गलत नितीयो के कारण जे एमएम के द्वारा यह घरना दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि झामुमो का मानना है कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन या सरलीकरण से आदिवासियों और मूलवासियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा और उनके पास पलायन करने के सिवा कोई और रास्ता नहीं बचेगा। उन्होने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री को¨ यह बताना चाहिए कि इस एक्ट में संशोधन क्यों किया जा रहा है। इसमें संश¨धन करने की मांग किसने की थी। यदि राज्य के विकास के लिए ही एक्ट का सरलीकरण किया जा रहा है तो इस एक्ट के रहते अबतक विकास के किस कार्य में बाधा पहुंची। उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन छीनने के लिए ही इस एक्ट में संशोधन किया जा रहा है ताकि पूंजीपतियों के¨ यहां की जमीन दिया जा सके। इसे आदिवासी-मूलवासी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। आज तक यहां विकास के नाम पर जिन लोगो की जमीन ली गयी, उन्हें कितना मुआवजा दिया गया या कितने परिवारो को नौकरी दी गयी, यह भी सरकार को बताना चाहिए। आज भी चांडिल डैम और डिमना लेक को ही नहीं टाटा स्टील क¨ बसाने के लिए 18 मौजा के विस्थापित लोगो नौकरी और मुआवजा की मांग कर रहे हैं। उन्होने कहा कि जे एम एम य़ह घरना देकर सरकार को अल्टीमेटम दे रही है कि सरकार सी एन टी और एस पी टी के मामले मे संज्ञान मे लेकर वापस ले नही तो अंदोलन के झेलने के तैयार रहे।
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