जमशेदपुर-विधापति स्मृति पर्व समारोह का हुआ अगाज

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जमशेदपुर।मिथिला सांस्कृतिक परिषद् जमशेदपुर,के द्वारा आयोजित दो दिवसीय विद्यापति स्मृति पर्व समारोह का पहला दिन गोपाल मैदान बिस्टुपुर में प्रारम्भ हुआ, जिसमे अतिथि  अमरप्रीत सिंह काले, संरक्षक हर हर महादेव सेवा संघ, सराईकेला खरसावां के सिविल सर्जन महेश्वर प्रसाद, एस. के. झा सिविल सर्जन जमशेदपुर संग मिथिला सांस्कृतिक के संरक्षक  बी. के. दास  उपस्थित थे |

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित एवं स्वस्ति वाचन से हुई, कार्यक्रम में मुख्या अतिथि ने मिथिला के संस्कार परिधान एवं विद्यवता पर मुख्या रूप से प्रकाश डाला, सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत में श्री नीलाम्बर चौधरी द्वारा गोसवानी गीत से हुआ, कार्यक्रम में मिथिला संस्कृति से जुड़ा पुस्तक प्रदर्शनी सुप्ति मौनी, अदौरी-तिल्लौरी, मैथिलि आर्ट के कई स्टाल आकर्षण का केंद्र बना रहा |

कार्यक्रम के अतिथि  अमरप्रीत सिंह काले ने कहा की मिथिलांचल की भाषा और संस्कृति काफी समृध्य है जिसके पूर्ण विकास हेतु परिषद् कार्यरत एवं तत्पर है | साथ ही हम सब झारखण्ड में इसे द्वितीय राज्य भाषा का दर्जा मिलने पर पुरे मिथिला राज भाषियों को अभिनन्दन दिया |

संस्था के महासचिव ललन चौधरी द्वारा पुरे साल का संस्था द्वारा किये गए कार्यक्रम का सम्पूर्ण ब्यौरा दिए | मंच का सञ्चालन डॉ अशोक अविचल, सदस्य जनरल कौंसिल, साहित्य अकादमी नई दिल्ली ने किया | स्वस्ति वाचन पंडित कपिल देव मिश्र जी के द्वारा संपूर्ण हुआ | संस्था के अध्यक्ष लक्ष्मण झा ने जमशेदपुर के दस लाख मैथिल भाषियों की तरफ से झारखण्ड सरकार के द्वारा लिए गए ऐतिषिक फैसले, जिसमे मैथिलि भासा को द्वितीय राजभासा का दर्जा दिया गया उसकी सराहना की एवं धन्यवाद दिया |

सांस्कृतिक कार्यक्रम का सञ्चालन उद्घोषक  राम सेवक ठाकुर ने किया, कार्यक्रम में गायक पंडित कुञ्ज बिहारी मिश्र, रंजना झा, माधव राय, अरुणिता झा, नव गायिका सुश्री ज्योति झा ने अपनी गीत की प्रस्तुति दी | गायिका अरुणिका झा द्वारा “माधव कत तोर करब बड़ाई, “चलु चलु बाबू रे भैया मिथिला के गाम” ने कार्क्रम में समां बांध दिया | सांस्कृतिक संध्या में मिथिला आर्ट एंड कल्चर रिसर्च फाउंडेशन की प्रस्तुति नाटक “अन्हेर नगरी चौपट राजा” की प्रस्तुति में सभी दर्शको का मन मोह लिया |

कार्यक्रम में मिथिला पेंटिंग, मैथिलि पुस्तक स्टाल एवं सिक्की मौनी की प्रदर्शनी लगायी गयी | जिसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. एस. के. झा ने किया |

कार्यक्रम में मिथिला विभूति सम्मान से  रविंद्र झा, (परिहरपुर) जिन्होंने नशा मुक्ति पर व्यापक अभियान चलाया साथ ही श्रम श्री सम्मान से सम्मानित मोहन चंद्र झा को सम्मानित किया गया |

कार्यक्रम में मुख्य रूप से कोषाध्यक्ष आकाश मिश्र, अरुण झा, चंद्रमोहन पाठक, विपिन झा, विनोद झा, सुरेश झा, धर्मेश झा(लड्डू) शिशिर झा, पी. एन, झा, अखिलेश झा, अशोक मिश्र, अजय झा, राजीव झा, चन्दन मिश्र, कैलाश झा, राजेंद्र कर्ण, शंकर नाथ झा, उमानाथ झा, सुरेश झा, राजीव रंजन झा, गोपाल चंद्र झा, प्रेस प्रवक्ता राजेश कुमार झा, रंजीत झा, राकेश रंजन झा ने मुख्या रूप से अपनी भूमिका निभाई

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