जमशेदपुर।
टाटा मोर्टस कर्मचारी घीरेन्द्र सिह के कार्य के दौरान मौंत हो जाने के बाद मृतक कर्मचारी के परिवार के सदस्य के नौकरी दिलाने के नाम पर टाटा मोर्टस मे गेट के समीप अंदोलन करने का मामला अब राजनिती रंग ले लिया है। इस मामले को लेकर जमशेदपुर के एस एस पी से राज्यसभा के सासंद प्रदीप बालमुचू के नेतृत्व मे भाजपा को छोड़ सभी दलो के लोग मिले। सभी दलो के नेताओ का कहना है कि इस मामले में पुलिस निस्पक्ष रुप से काम नही कर रही है। पुलिस के द्वारा जो मामला दर्ज कराया गया है। उसमे सत्ता पक्ष के लोगो का नाम नही दिया गया है। पुलिस के द्रारा जानबुझ कर उसे बचाया जा रहा है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग के लिए सयुक्त रुप से एक ज्ञापन एस एस पी को सौपा गया हैं।
इस सबंध मे राज्यसभा सासंद प्रदीप बालमुचू ने कहा कि टाटा मोर्टस मे नौकरी के नाम पर सभी दलो के नेताओ के द्वारा अंदोलन किया गया था । इस अंदोलन के नतीजा यह हुआ कि मृतक के परिजन को नौकरी तो मिल गई लेकिन टाटा मोटर्स मैनेजमेंट के द्वारा आंदोलन कर रहे लोगों पर 307 एवं अन्य धारा लगाकर साजिश के तहत झुठा मुकदमा लगाया गया, और दूसरी तरफ पीड़ित पक्ष के लोगों द्वारा किये हुए केस को प्रशासन द्वारा हल्के में लिया गया।
जिसकी निष्पक्ष जांच की मांग जमशेदपुर सीनियर एसपी कराये। अगर प्रशासन इस मामले मे निष्पक्ष जांच नही करता है तो एक बार जिला प्रशासन के खिलाफ फिर अंदोलन किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में जमशेदपुर राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार बालमुचू, झारखंड विकास मोर्चा महानगर अध्यक्ष बबुआ सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद बिहारी दुबे जी आजसू के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह जी जे एम एम के युवा नेता महावीर मुर्मू जी इंटक के चंद्रमौली जी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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