जमशेदपुर । सिदगोड़ा स्थित सोन मंडप में आयोजित विजया मिलन समारोह में जमशेदपुर सहित झारखंड की जनता को विजय सम्मेलन की शुभकामनाएं मुख्यमंत्री ने दीं। उन्होंने कहा कि पर्व त्योहार हमारी संस्कृति के स्तंभ हैं। पर्व त्योहार के उत्सव व्यक्तिगत रूप से भी हर व्यक्ति को ऊर्जावान बनाते हैं और सामाजिक रुप में भी नई ऊर्जा और उत्साह प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति, नौजवानों की ऊर्जा और बुजुर्गों के अनुभव की शक्ति से कोई भी बड़े से बड़ा काम आसानी से होता है। उन्होंने कहा कि मैं आज यहां सूर्य मंदिर समिति के सदस्य के रूप में उपस्थित हुआ हूं। 2002-03 में सूर्य मंदिर बनने के बाद से ही सूर्य मंदिर कमेटी के द्वारा छठ महोत्सव का आयोजन पूरे धूमधाम के साथ किया जाता है, जिसकी चर्चा राज्य भर में होती है। जनभागीदारी के कारण ही अनुशासनबद्ध रूप से कार्यक्रम सफल होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी, सामाजिक, रचनात्मक कार्यों में अधिक से अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित करने से ही कार्यक्रम सफल होता है और आने वाले छठ महोत्सव को निश्चित रूप से एक अत्यंत सफल महोत्सव बनाया जाएगा।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के विषय में मुख्यमंत्री ने कहा कि 57 लाख परिवारों को सरकार ने इस योजना के तहत् आच्छादित किया है, यानि राज्य की 85 फीसद आबादी 5 लाख की स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में आएगी। अब कोई गरीब बिना दवा के और बगैर इलाज के अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होगा। इस सोच के साथ केंद्र की सरकार के साथ राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्यवश यदि कोई बीमार होता है तो किसी गरीब को अपनी जमीन बंधक नहीं रखनी होगी ना ही किसी बहन को अपने जेवर बंधक रखने पड़ेंगे। गरीब यदि एक बार कर्ज के शिकंजे में फंसता है तो उबरने में परिवार डूब जाता है। बीमारी की स्थिति में गरीब की इस मनोदशा को देखते हुए केंद्र सरकार ने इतनी बड़ी योजना का सूत्रपात किया है, जिसके तहत् दवा, जांच, रहने की व्यवस्था, बेड एवं भोजन की सुविधा मुफ्त में मिलेगी। उन्होंने कहा कि गरीब को सरकार की योजना की जानकारी नहीं होती जिसके कारण वह गरीब घर में ही अपने सीमित संसाधनों के साथ बीमारी से जूझता रहता है। यह हम सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है कि वैसे गरीबों की सुध ले कर उन्हें जन आरोग्य योजना के बारे में ना सिर्फ बताएं बल्कि अस्पताल में भर्ती कराने का काम भी करें।
स्वच्छता के विषय में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि 2019 में जब स्वच्छ सर्वेक्षण हो तो जमशेदपुर टॉप 10 शहरों में आए ये ध्येये लेकर हम चलें और सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर काम करें। लोगों को जागरूक करें और कहीं भी गंदगी दिखाई दे तो खुद से सफाई शुरू करें और इधर-उधर बिखरे हुए कचरे को निर्धारित डस्टबिन में डालें। काम करने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए। स्वच्छ झारखंड से ही स्वस्थ झारखंड बनेगा। इससे सबसे अधिक फायदा गरीब को ही होगा क्योंकि जहां गंदगी रहेगी वहां बीमारी फैलेगी।
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