कुमार रवि
जमशेदपुर।
एक बार फिर संदिग्ध आतंकी जीशान अली की गिरफ्तारी के बाद लौहनगरी जमशेदपुर अखबार के पन्नो में सुर्खियों में बना हुआ है। इसके सुर्खिया में आने का कारण बीते गुरुवार को सऊदी अरब से भारत आते जिस अल कायदा के आतंकी जीशान अली हैदर की हुई है। वो जमशेदपुर के मानगो आजादनगर के रोड न14 का रहनेवाला है। लौहनगरी जमशेदपुर से आंतक का कनेक्शन काफी पुराना है। पिछले एक दशक में ये कनेक्शन नज़र आता रहा है। आतंकी सगंठनों से जु़ड़े होने के संदेह में जमशेदपुर के युवाओं की पहले भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
मोहम्मद शमी और मोहम्मद कटकी के बयान पर हुई गिरफ्तारी
मोहम्मद जीशान का नाम 18 जनवरी 2015 को ओड़ीसा से गिरफ्तार हुए आतंकी मोहम्मद कटकी और दिल्ली के पास से 18 जनवरी 2016 को गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद शमी से हुई पूछताछ के दौरान आया था।.जमशेदपुर पुलिस ने भी कटकी और सामी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। साथ ही पूछताछ के आधार पर दो अन्य लोगों अज़हर मसूद और नसीम उर्फ राजू को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि उड़ीसा में कटकी की ओर से चलाए जा रहे अल कायदा के शिविर में सामी के भाग लेने और पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग लेने का सारा खर्चा जीशान अली ने ही उठाया था। पूछताछ के बाद से ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एटीएस को जीशान अली की तलाश थी। शामी जमशेदपुर के धतकीडीह का रहनेवाला था और कटकी से मानगो में मिला था। शामी और कटकी ने पूछताछ में मानगो के मौलाना कलीमुद्दीन और उसके बेटे हुजैफा का भी नाम लिया था जिनके घर की कुर्की का वार्ट एटीएस ने हासिल कर रखा है और पिता पुत्र फरार हैं। फिलहार शामी और कटकी तिहाड़ जेल में बंद है।
जीशान 2008 से घर से निकला है
वही जीशान की गिरफ्तारी के बाद ए टी एस की टीम जमशेदपुर आकर उसके पिता रकिबुल हैदर से पुछताछ भी की है। सुत्रो अनुसार झारखंड एटीएस को जीशान अली के पिता एसआरआई हैदर ने बताया कि 2008 से ही बड़ा बेटा जीशान और छोटा बेटा आसियान बाहर चले गए और फिर नहीं आए।जीशान के बारे में उन्होंने बताया कि पुणे से पढ़ाई करने के बाद किसी कंपनी में नौकरी होने पर वो सऊदी अरब चल गया था।इससे ज्यादा वे कुछ नहीं जानते।
शहर से जुड़े प्रमुख घटना
1—-2006 में आजादनगर थाना क्षेत्र से लश्करे तैयबा के आतंकी के संदेह में नूर मोहम्मद को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं उसके साथी मोहम्मद तारिक को पहले ही कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था जो जमशेदपुर का ही रहनेवाला था.हालांकि बाद में पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में नूर मोहम्मद न्यायालय से बरी हो गया
2—2011 में भोपाल एटीएस ने इंडियन मुजाहिद्दीन के भोपाल जेल से फरार आतंकी अबू फैज़ल को जमशेदपुर के मानगो के जाकिरनगर से गिरफ्तार किया था.अबू फैज़ल ने एक घर खरीद भी लिया था. गैस कनेक्शन और फर्जी ड्राईविंग लाईसेंस भी बना लिए थे.
3—2015 में एनआईए और बंगाल पुलिस ने बंगाल में हुए विस्फोट मामले को लेकर जमीयुतील मुजाहिद्दीन से जुड़े शीश मोहम्मद को मानगो आज़ादनगर से गिरफ्तार कर लिया था जो फर्जी कागजातों को बनाकर 2005 से ही जमशेदपुर में रह रहा था।
4—18 जनवरी को 2016 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के पास से अल कायदा से जुड़े होने के संदेह में जमशेदपुर के धतकीडीह के रहनेवाले मोहम्मद सामी को गिरफ्तार किया था जिससे पूछताछ के बाद जीशान अली का नाम आया था.उससे पहले उड़ीसा में कटकी की गिरफ्तारी हो चुकी थी जो वहां अल कायदा का शिविर चला रहा था. उस शिविर से युवाओं को जोड़ने के लिए कटकी जमशेदपुर के मानगो आता रहता था जहां मौलाना कलीमुद्दीन और उसके बेटे ठहरने की व्यवस्था करते थे।
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