चांडिल। 15 दिन पूर्व काठजोड़ गांव में सैकड़ों ग्रामीण डायरिया के चपेट में थे । चिकित्सा विभाग के द्वारा क्षेत्र में कैम्प भी किया गया था । ं पुनः डायरिया ने दिया दस्तक दो की हालत गंभरी ।. मामला अभी शांत भी नही हुआ कि काठजोड़ के एक किलोमीटर की दुरी पर स्थित गांव तुलिन में डायरिया के चार मरीज पाये गये है. मिली जानकारी के अनुसार तुलिन गांव के चार महिलायें डायरिया की चपेट में आ चुकी है. गांव की नमीता सिंह (20), नीलमणी सिंह (25), रबवारी बेसरा (30) एवं टुपूमणी बेसरा (28) डायरिया से ग्रसीत है. इनमें से नमीता सिंह व नीलमणी सिंह की हालत कॉफी गंभीर बताई जा रही है. पंचायत के मुखिया नरसिंह सरदार को सुचना मिलने के बाद उन्होने चांडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को दुरभाष के माध्यम से सुचना दिये. जिसके बाद स्वास्थ्य टीम पहुॅचकर डायरिया पिड़ीत मरीजों को सेलाईन चढ़ाया तथा अन्य ग्रामीणो का स्वास्थ्य जांच कर दवाई वितरण किया. । जानकारी हो की यह क्षेत्र दलमा के तराई में बसा है बरसात में यहां के लोग जंगली स्रोतों से पानी पीना पंसद करते है । वरसात के समय विषयुक्त दुषित पानी के कारण क्षेत्र में लगातार डायरिया का प्रकोप को झेल रहे है । पेय जल स्वच्छता विभाग द्वाराजलमिनार का निमार्ण किया गया है परन्तु छः माह में ही गुणवता कार्य की पोल खोल रखी है ।
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