चाईबासा-पिता ने नाबालिग बेटी से शादी नहीं होने दिया, तो दबंग ने पूरे परिवार को मार डाल

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ग्रामीण रामसिंह सिरका ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिक बेटी की शादी नहीं कराई, तो उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई.

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चाईबासा।पश्चिमी सिंहभूम में एक शख्स ने अपनी बेटी की शादी कराने से मना किया, तो उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई. परिवार के चार सदस्यों का शव पास के जंगल से बरामद किये गये. जबकि घर के मुखिया राम सिंह की लाश गत 27 मार्च को मिली थी.
घटना सारंडा में गुआ थाना क्षेत्र के तुलासाईं गांव के मासा टोली की है. ग्रामीण रामसिंह सिरका ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिक बेटी की शादी नहीं कराई, तो उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई. पुलिस ने घटना के 15 दिन बाद रविवार को ग्रामीण रामसिंह सिरका के परिवार के चार सदस्यों का शव गांव के समीप जंगल से बरामद किया. लाशें पूरी तरह से सड़ चुकी थीं. वहीं घर के मुखिया रामसिंह सिरका की लाश 27 मार्च को बरामद की गई थी.
जानकारी के अनुसार पांचों की हत्या गांव के डाकुवा काशीनाथ बोयपाई के बेटे टोपाय बोयपाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर 15 मार्च को की और शवों को जंगल में फेंक दिया. टोपाय बोयपाई दबंग होने के कारण जबरदस्ती राम सिंह सिरका की 17 वर्षीय बेटी के साथ शादी करना चाहता था, जबकि वह पहले से ही शादीशुदा है. इसी बात को लेकर रामसिंह सिरका ने बेटी का हाथ उसके हाथ में देने से इंकार कर दिया था. जिससे वह काफी दिनों से नाराज चल रहा था. उसके बार-बार समझाने पर भी रामसिंह शादी को राजी नहीं हुआ तो आवेश में आकर टोपाय ने राम सिंह एवं उसके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया.
घटना को अंजाम देने के बाद टोपाय बोयपाई अपने साथियों के साथ गांव से फरार हो गया था. पुलिस इस सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जुट हुई है. मृतकों में परिवार का मुखिया 42 वर्षीय रामसिंह सिरका, उसकी पत्नी 40 वर्षीय पानो कुई, 17 वर्षीय बेटी रंभा सिरका, 8 वर्षीय बेटा सोनिया सिरका एवं 12 वर्षीय कोड सिरका शामिल हैं.
मिली जानकारी अनुसार 15 मार्च को रामसिंह सिरका अपने गांव से बाजार गया हुआ था. इसकी जानकारी टोपाय बोयपाई को मिली और उसने मौके का फायदा उठाते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर परंपरागत हथियारों से रामसिंह सिरका के परिवार के चारों सदस्यों को मौत के घाट उतार गांव से दूर जंगल में फेंक दिया. इधर बाजार से लौटने पर राम सिंह ने अपने परिवार वालों को घर पर नहीं पाया तो काफी खोजबीन की परंतु उनका कहीं कोई पता नहीं चल सका जिसके बाद वह वापस अपने घर आ गया। घात लगाए बैठे टोपाय बोयपाई और उसके साथियों ने रामसिंह को भी मौत के घाट उतार कर गांव से दूर जंगल में फेंकवा दिया.
इस हत्याकांड के उद्भेदन में पुलिस बहुत दिनों से लगी थी. बताया जाता है कि इसग हत्याकांड में कुल 9 लोग शामिल हैं, जो उसी गांव के हैं. बहरहाल लाश मिल जाने के बाद हत्या की पुष्टि हो चुकी है और पुलिस आरोपी टोपाय बोयपाई को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि उसके साथियों को दबोचने की कोशिश जारी है.

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