आईएसएल-4 ः चेन्नई में चैम्पियनों की भिड़ंत

74
AD POST

चेन्नई, 6  दिसम्बर। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन में पहली बार दो चैम्पियनों की भिड़ंत होगी।गुरुवार को यहां के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पहले और तीसरे संस्करण का खिताब जीतने वाले एटीके का सामनादूसरे संस्करण के विजेता और मेजबान चेन्नयन एफसी से होगा

इस सीजन में हालांकि दोनों की कहानी बिल्कुल जुदा है। चेन्नयन एफसी जहां चौथे सीजन के अपने पहले मैच में एफसीगोवा के हाथों मिली हार से उबरते हुए लगातार दो जीत हासिल कर चुका है वहीं दूसरी ओर, एटीके तीन मैचों से दो अंकलेकर तालिका में सबसे नीचे चल रहे हैं। एटीके को तीन में से एक मैच में हार मिली है।

AD POST

चेन्नयन एफसी के कोच जान ग्रेगोरी ने बीते दो मैचों से विनिंग काम्बीनेशन के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं किया है लेकिनवह दो बार के चैम्पियन को अपने घर में रोकने के  लिए रणनीति में कुछ बदलाव कर सकते है।ग्रेगोरी ने प्री-मैच प्रेस कांफ्रेंस में कहा-लोग कहते हैं कि कभी भी जीत रही टीम में बदलाव नहीं करना चाहिए लेकिन कुछएरिया में सुधार के लिए आपको एेसा करना पड़ता है। बीते ढाई मैचों में हमने गोल नहीं खाया है लेकिन हमने अंतिम 10मिनट में तीन गोल किए हैं।इससे साबित होता है कि मेरे लड़के अंतिम सीटी बजने तक लगातार गोल करने के प्रयास मेंलगे रहते हैें।-एफसी गोवा के खिलाफ चेन्नई को शुरुआती 45 मिनट में तीन गोल खाने पड़े थे। उसके स्टार स्ट्राइकर जेजे लालपेखुल्वाअब तक खाता नहीं खोल सके हैं। कोच हालांकि जेजे के फार्म को लेकर चिंतित नहीं हैं। उनका कहना है कि जेजे लगातारमेहनत करते हैं और वह दिन दूर नहीं जब वह अपना खाता खोल लेंगे।एेसा नहीं है कि सिर्फ चेन्नयन एफसी को ही गोल का टोटा है। एटीके का भी यही हाल है। मौजूदा चैम्पियन तीन मैचों मेंसिर्फ एक गोल कर सका है। और तो और यह गोल फ्री-किक पर हुआ है।कोच टेडी शेरिंघम को गोल करने की कोई जुगत लगानी होगी, कोई जादू करना होगा। एटीके को आयरिश कप्तान रोबीकीन की कमी खल रही है। कीन चोट के कारण सीजन-4 में अब तक मैदान पर नहीं उतर सके हैं। तो क्या वह चेन्नई के खिलाफ खेलेंगे। कोच ने कहा-नहीं वह नहीं खेल रहे हैं।

बकौल शेरिंघम-यह अच्छी शुरुआत नहीं है। यह मौजूदा चैम्पियन के लिए ठीक नहीं है। हम पटरी पर लौटने के लिएउपाय कर रहे हैं। हम निश्चित तौर पर अच्छा करेंगे और अपनी मनोदशा सकारात्मक बनाए रखेंगे।-शेरिंघम के इस भरोसे के पीछे का कारण है कि एटीके ने इस सीजन में अपने अब तक के दो बाहरी मैचों में केरलाब्लास्टर्स और जमशेदपुर एफसी को बराबरी पर रोका था। इन मैचों में एटीके का खेल बेहतर था।शेरिंघम ने कहा-अगर यह मुक्केबाजी होती तो हम अंकों के आधार पर जीत गए होते।-

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More