योग दिवस पर आनंद मार्ग की ओर से बांटे गए 50 ऑक्सीजन वाले पौधे
योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरे दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है
जमशेदपुर
Covid -19 गाइडलाइन का पालन करते हुए विश्व योग दिवस के अवसर आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से पर्यावरण को स्वच्छ शुद्ध रखने के लिए शहर के विभिन्न संगठनों के बीच बांटे गए 50 ऑक्सीजन वाले पौधे पीपल, नीम, बरगद ,जामुन । योग, आसन एवं प्राणायाम तीनों स्वच्छ वातावरण में ही संभव है और स्वच्छ वातावरण रखने के लिए पौधा का रोपण करना बहुत ही जरूरी है दूसरी ओर वेब टेलीकास्ट से जमशेदपुर एवं आसपास के युवाओं के बीच योग, आसन एवं प्राणायाम तीनों का प्रशिक्षण दिया आचार्य अवनींद्रानंद अवधूत , एवं महिलाओं को अवधूतिका आनंदआराधना आचार्या प्रशिक्षण दिया एवं योग ,आसन एवं प्रणायाम तीनों का अंतर समझाते हुए लोगों को प्रशिक्षण भी दिया एवं बताते हुए कहां की
अष्टांग योग के माध्यम से ही पूरे विश्व में शांति संभव है योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरे दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य एक हो जाए तब वहां सभी तरह का भेदभाव खत्म हो जाता है जब समाज एक ही सकारात्मक सोच चिंता धारा में बहने का प्रयास करेगा तभी विश्व शांति संभव हो पाएगा योग के माध्यम से मनुष्य अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है मानव को मानवता का अहसास योग के माध्यम से ही कराया जा सकता है योग के बल पर ही भारत दुनिया का विश्व गुरु बन सकता हैे कहा कि योग आसन एवं प्राणायाम तीनों अलग अलग चीज है जीवात्मा का परमात्मा के साथ एकाकार होने का नाम ही योग है
आनंदमार्ग के योग साधना में जीवात्मा को परमात्मा के साथ मिलाने की जो अध्यात्मिक साधना की प्रक्रिया है वही है योग . आसन करने से शरीर और मन स्वस्थ रहता है यह ग्रंथि दोष को दूर करता है आसन करने से मन अप्रिय चिंता से दूर हो जाता है या शुभ और उच्च कोटि के साधना में काफी मददगार साबित होता है नियमित आसन करने से शरीर में लचीलापन होता है योग करने से शरीर और मन का संतुलन बना रहता है प्रणायाम एक स्वास की प्रक्रिया है जो स्वास नियंत्रण के साथ ईश्वर भाव आरोपित करता है
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