वरीय संवाददाता,जमशेदपुर 1 अप्रेल,
उत्कल एसोसिएशन ने मंगलवार को उत्कल दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सम्राट नायक ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ सत्पथी ने लौहनगरी में रह रहे ओड़िया भाषाभाषियों को उत्कल दिवस की शुभकामना दी। भाषा और संस्कृति को बचाए रखने पर बल देते हुए कहा कि उत्कलवासियों की सृदृढ़ संस्कृति व गौरवशाली इतिहास हमारी पहचान है। झारखंड में ओड़िया को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए हम संघर्षरत हैं और हमें इसमें तभी सफलता मिलेगी जब हम एकजुट होकर प्रयास करेंगे।
रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसमें ओडिशा के बालासोर से आये नृत्य संगीत कला मंदिर के संयुक्त सचिव के सत्यव्रत महंति के मार्गदर्शन में कलाकारों ने ओडिसी में देवी स्तुति व श्रीकृष्ण भगवान पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। ओडिशा के पारंपरिक नृत्य की भी प्रस्तुति हुई। संचालन उत्कल एसोसिएशन के महासचिव ताराचन्द महंती ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यकारिणी समिति के सदस्यों का अहम योगदान रहा।
गोलमुर के उत्कल समाज ने भी मंगलवार को उत्कल दिवस मनाया। मुख्य अतिथि मनोरंजन दास ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उनके साथ मुख्य वक्ता अनिरुद्ध साहू, संगीता बेहरा, अध्यक्ष रवींद्र मिश्रा, महासचिव प्रदीप जेना, डॉ. पद्मलोचन रथ आदि भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। चित्रांकन में सुमित कुमार झा, भाग्यश्री दास व मीनाक्षी कुमार को क्रमश: पहला दूसरा व तीसरा पुरस्कार दिया गया। निबंध प्रतियोगिता में लवली कुमारी, करिश्मा यादव व सुमन यादव को पहला, दूसरा व तीसरा पुरस्कार मिला। शैक्षणिक मूल्यांकन में प्रीतम प्रियांशु पात्र, सुमित पाढी व नरेश नायक को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावे भी दर्जनों बच्चों को पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम के दौरान ओडिशा से आए दल के कलाकारों ने नृत्य-संगीत भी प्रस्तुत किया।
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