एण्ड टीवी के ‘संतो-ुनवजयाी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ में असमंजस की स्थिति

58
AD POST

एण्ड टीवी का -रु39याो ‘संतो-ुनवजयाी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ भक्त और
भगवान के बीच के वि-रु39याुद्ध संबंध को द-रु39र्यााता है। मौजूदा
स्थितियों में, इंद्रे-रु39या (आ-रु39याी-ुनवजया कादयान) और स्वाति (तन्वी
डोगरा) औपचारिक रूप से पूरे रस्म और रिवाज़ के साथ -रु39याादी के
बंधन में बंध गए हैं। जहां एक तरफ इंद्रे-रु39या ने इस सच को छुपाया कि
स्वाति वास्तव में गर्भवती नहीं हैं। वहीं इंद्रे-रु39या की मां
कुंती (पूर्वा पराग) अपने पोते का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
इंद्रे-रु39या का बाकी परिवार स्वाति को अपनी बहू के रूप में स्वीकार करने
के लिए तैयार नही हैं और उससे घर छोड़ने के लिए कहता है। इस
बीच, देवलोक में पॉलोमी (सारा खान) संतो-ुनवजयाी मां (ग्रेसी
सिंह) को भगवान इंद्र के अपहरण का दो-ुनवजयाी ठहराती है। वह
महादेव और भगवान वि-ुनवजयणु से मां की सभी -रु39याक्तियां छीनकर उन्हें
दण्डित करने की आग्रह करती हैं। अब संतो-ुनवजयाी मां अपनी प्रिय भक्त और
उसके पति की इंद्रेश को फिर से साथ लाने में कैसे मदद कर पाएंगी?
जैसे-ंउचयजैसे कहानी आगे ब-सजय़ती है, इंद्रे-रु39या और स्वाति, स्वाति के घर
जाने के लिए निकलते हैं। कुंती भी चाहती है कि वे दोनों
वहां जाएं। जैसे ही वे स्वाति के घर पहुंचते हैं, इंद्रे-रु39या स्वाति के
माता-ंउचयपिता का आ-रु39याीर्वाद लेता है। स्वाति के माता-ंउचयपिता इन-ंउचयदोनों
को साथ देखकर बहुत खु-रु39या होते हैं। कुंती अपने कंगन स्वाति को
देती है और इंद्रे-रु39या को फाइनल तारीख तय करने के लिए पंडित जी को
बुलाने के लिए कहती है। पंडित जी पहुंचते हैं और इस बात का
खुलासा करते हैं कि दोबारा विवाह असंभव है, क्योंकि इंद्रे-रु39या की
जान खतरे में है। स्वाति जब समाधान के लिए पूछती है तो पंडित जी
उसे कहते हैं कि उन्हें एक महीने से अधिक समय तक एक-ंउचयदूसरे से अलग
रहना होगा और महामृत्युंजय महामंत्र का जाप करना होगा। जबकि
देवलोक में, संतो-ुनवजयाी मां भगवान वि-ुनवजयणु के क्रोध का खामियाजा
भुगतती है, क्योंकि पॉलोमी उनपर इंद्र को किडनैप करने का आरोप
लगाती है। उनकी सारी -रु39याक्तियां उनसे छीन ली जाती हैं और उन्हें
इंद्र को -सजयूं-सजय़ने के लिए पृथ्वीलोक पर भेज दिया जाता है।
इस प्लॉट के बारे में बात करते हुए संतो-ुनवजयाी मां का किरदार निभाने
वाली ग्रेसी सिंह ने कहा, श्यह मेरे लिए सबसे गहन दृ-रु39ययों में से एक था
क्योंकि संतो-ुनवजयाी मां की -रु39याक्तियों को वापस ले लिया गया है और
उनके लिए अपनी प्रिय भक्त स्वाति की इस कठिन समय में मदद करना बहुत
अधिक मु-िरु39यकल हो जाता है। इससे स्वाति पर क्या असर पड़ेगा? क्या मां उसे

AD POST

चीजों को वापस सामान्य करने का मार्गद-रु39र्यान करने में सक्षम होंगी?
अब मेरे अनुसार श्भक्त और भगवानश् के रि-रु39यते की अब सच्ची परीक्षा
होगी।श्
स्वाति खुद को अप-रु39यागुन मानकर और पंडित जी के सु-हजयाव के बाद घर
छोड़ने और इंद्रे-रु39या से दूर रहने के लिए तैयार हो जाती है। स्वाति
को वापस लाने की प्रक्रिया में, इंद्रे-रु39या के साथ एक भयानक दुर्घटना
हो जाती है। क्या संतो-ुनवजयाी मां के साथ मिलकर स्वाति इंद्रे-रु39या की जान
बचा पाएगी? क्या इंद्रे-रु39या का परिवार अब इन सबके लिए स्वाति को दो-ुनवजयाी
ठहराएगा?
और अधिक जानने लिए, देखिए ‘संतो-ुनवजयाी मां सुनाएं व्रत

कथाएं‘, रात 9 बजे केवल एण्ड टीवी पर !

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More