सुलह के बाद कोर्ट से ही ससूराल गई महिला
जमशेदपुर : महीनों से अलग रह रहे पति-पत्नी पुन: साथ रहने को राजी हो गए तथा कोर्ट से ही महिला अपने पति के साथ राजी-खुशी से ससूराल चली गई. यह संभव हो सका न्याय सदन स्थित मध्यस्थता केन्द्र में पदस्थापित मध्यस्थ के प्रयास से. सीतारामडेरा थानान्तर्गत ह्यूमपाईप के रहने वाले संतोष केशरी की शादी वर्ष 2008 में हजारीबाग जिले के चौपारण थानान्तर्गत मानगढ़ ग्राम में उमा देवी के साथ हुई थी. शादी के बाद दोनों से दो पुत्री (सौम्या 10 वर्ष तथा रिसिका 5 वर्ष) है. पति-पत्नी के बीच विवाद होने के बाद महिला अपने मायके में ही रह रही थी. वर्ष 2018 में में संतोष केशरी ने जमशेदपुर परिवार न्यायालय में दांपत्य जीवन का पुनस्र्थापन (संख्या 728/18) के लिए वाद दायर किया. उक्त वाद को परिवार न्यायालय ने मध्यस्थता केन्द्र में भेज दिया. मध्यस्थ बी कामेश्वरी उमा की ओर से महिला को नोटिस निर्गत कर बुलाया गया. आज महिला अपने रिश्तेदार के साथ न्याय सदन पहुंची. जहां पति-पत्नी के बीच उत्पन्न विवाद एवं पति की ओर से दांपत्य जीवन का पुनस्र्थापन से जुड़े मामले में मध्यस्थता की गई. जिसके बाद महिला अपने पति के साथ रहने के लिए राजी हो गई. न्याय सदन से ही महिला अपने ससूराल ह्यूमपाईप चली गई. मध्यस्थता केन्द्र के प्रयास से जहां दो बच्चो को अपने माता-पिता का साथ मिला. वहीं एक परिवार बस गया. जो मध्यस्थता केन्द्र की बड़ी उपलब्धि है.
(फोटो पत्नी-पत्नी)
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