भाजपा नेता अंकित आनंद संग मारपीट के मामले में अभियुक्तों को प्रशय देने का आरोप
जमशेदपुर।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महानगर प्रवक्ता अंकित आनंद संग मारपीट मामले में अभियुक्तों को प्रशय देने और एफआईआर बदलने के मामले में टेल्को थाना प्रभारी पर कार्रवाई की माँग उठी है। शुक्रवार को पत्र लिखकर अंकित आनंद में टेल्को थाना प्रभारी की कार्यसंस्कृति को लेकर कई गंभीर आरोप लगाये हैं जिससे पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े होते हैं। अंकित आनंद के कहा कि उन्होंने मारपीट की सूचना सर्वप्रथम सिटी डीएसपी को दिया था और उनसे प्राप्त निर्देशों के आलोक में 13 अक्टूबर की दोपहर एक बजे थाना प्रभारी को लिखित आवेदन सौंपकर रिसीविंग प्राप्त किया। इस दौरान तक अभियुक्तों की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई थी। मामले में देर रात अभियुक्त पक्ष को प्रशय देकर कतिपय मनगढ़ंत गंभीर आरोपों के तहत कांड दर्ज़ किया गया। बकौल अंकित, थाना प्रभारी की स्वेच्छाचारिता और भ्रष्टाचार को लेकर लगातार वरीय अधिकारियों से शिकायत करने पर थाना प्रभारी अखिलेश मंडल ने पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर कार्रवाई किया।
इस मामले को भारतीय जनता पार्टी ने भी गंभीरता से लिया है। पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टेल्को थाना प्रभारी की कार्यसंस्कृति को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। पूर्व विधायक ने मामले में राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव से हस्तक्षेप और थाना प्रभारी अखिलेश मंडल पर कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई है। कुणाल षाड़ंगी ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए कहा कि पूर्वाग्रह से ग्रसित थानेदार से न्याय की उम्मीद नहीं कि जा सकती। विदित हो कि एक वर्ष पूर्व भी टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल पर कतिपय गंभीर आरोपों के आशय में अंकित आनंद ने कार्रवाई की माँग करते हुए जबरदस्त मोर्चा खोला था। तत्कालीन एसएसपी अनूप बिरथरे और उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के आश्वासन पर अनशन कार्यक्रम स्थगित हुआ था। अबतक उस मामले में टेल्को थाना प्रभारी पर कार्रवाई लंबित है। भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने कहा कि उन शिकायतों के आलोक में ही थाना प्रभारी बदले की कार्रवाई करतें है। यह पहला मौका नहीं है जब संगीन आरोपों के तहत उनपर झूठे कांड दर्ज़ किया गया हूँ। लॉकडाउन की अवधि से लगातार यह तीसरी झूठी केस है। अंकित आनंद ने एक कॉल रिकॉर्डिंग होने का दावा किया है जिसमें टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल ने उनको गुमराह करने की मंशा से केस के संदर्भ में झूठी जानकारी दी है ताकि दोषियों को प्रशय मिल सके।
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