जमशेदपुर -शिक्षक नेता के वेतन और इंक्रीमेंट कटौती मामले में उपायुक्त से मिले भाजपा जिला प्रवक्ता 

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जमशेदपुऱ।
शिक्षक नेता रामनारायण सिंह के तीन वेतन इंक्रीमेंट काटने के फ़ैसले पर विरोध व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के शिष्टमंडल ने जिला उपायुक्त सह शिक्षा स्थापना समिति के अध्यक्ष से मुलाकात की। भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद की अगुआई में शिष्टमंडल ने शिक्षा विभाग के उस फ़ैसले का विरोध किया जिसमें शिक्षक नेता रामनारायण सिंह पर अनुशासनात्मक कार्यवाई करते हुए उनकी तीन वेतन इंक्रीमेंट काट दी गयी है। भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने इस फ़ैसले को दमनकारी बताते हुए डीसी से सहयोग एवं सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया। कहा कि शिक्षक नेता ने तत्कालीन डीएसई बाँके बिहारी सिंह द्वारा धनबाद में रहते हुए फ़र्ज़ी शिक्षक नियुक्ति और करोड़ों रुपये के चापाकल घोटाले को उज़ागर किया था। राज्य में जहाँ भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस नीति लागू है, ऐसे में विस्सलब्लोअर पर इतनी सख़्त कार्यवाई न्यायसंगत नहीं है। अंकित आनंद ने इस फ़ैसले को डॉक्ट्रिन ऑफ नेचुरल जस्टिस का अवमानना बताया। वहीं शिक्षा विभाग के उक्त फ़ैसले पर कई गंभीर प्रश्न भी खड़े किए। कहा कि जिस डीएसई बाँके बिहारी सिंह पर ही भ्रष्टाचार की शिकायत हुई, भला वे किस अधिकार से शिकायतकर्ता को निलंबित कर सकते हैं। इसके अलावे कहा कि सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षक संग के महासचिव की हैसियत से रामनारायण सिंह ने वरीय पदाधिकारियों और पीएमओ तथा मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत दर्ज़ किया था। भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ मुखर करना हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। इसके अतिरिक्त कहा कि जिस डीएसई पर शिक्षक नेता की शिकायतों के पश्चात विभागीय जाँच में आरोप प्रमाणित हुए लेकिन उन्हें प्रमोशन देकर जामताड़ा में बतौर डीईओ पदस्थापित किया गया है।
भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने उपायुक्त श्री अमित कुमार से इस मामले में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का निवेदन किया। कहा कि जिस श्रेणी की अनुशासनहीनता भूलवश शिक्षक नेता रामनारायण सिंह से हुई है, वह बाँके बिहारी सिंह के घोटाले और फर्जीवाड़े से ज्यादा गंभीर प्रकृति की नहीं है। कहा कि शिक्षक नेता चूंकि आठ माह से ही निलंबित थे और गंभीर रूप से बीमार भी हैं, ऐसे में और अधिक दंड देना अनुचित एवं दमनकारी निर्णय होंगे। भाजपा नेताओं के माँग के सापेक्ष्य में उपायुक्त अमित कुमार ने कहा की शिक्षा स्थापना समिति की ओर से शिक्षक नेता पर यह न्यूनतम कार्यवाई की गयी है। हालांकि उन्होंने आश्वत किया कि वे इसपर पुनः सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि यदि शिक्षक रामनारायण सिंह को उक्त कार्यवाई पर किसी प्रकार की आपत्ति है तो वे एक माह के अंदर कोल्हान आयुक्त के समक्ष आपत्ति ज़ाहिर करते हुए अपील दायर करें। भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने कहा कि शिक्षक रामनारायण सिंह को लेकर जल्द ही कोल्हान आयुक्त तथा सूबे के मुख्यमंत्री से भी मिलकर न्याय की अपील करेंगे। उपायुक्त से मिलने वालों में अंकित आनंद समेत भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चाध्यक्ष विमल बैठा, आयुष कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

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