Anand Marg:मानव जीवन को सत्यम शिवम एवं सुंदरम में प्रतिष्ठित करना ही प्रउत का एकमात्र लक्ष्य है
उपयुक्त आर्थिक नीति एवं दूरदर्शी नैतिक नेतृत्व का आभाव ही समाज में विषमता का एकमात्र कारण है*
*विश्व मानवता उपयुक्त सही जीवन दर्शन के अभाव में घोर निराशा एवं हताशा की काली छाया के बीच चौराहे पर खड़े हैं
*"प्रउत्त" दर्शन नव्य…
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