SARAIKELA -KHARSAWA:साहित्य समाज और संस्कृति के लिए आवश्यक निरंतर की जरूरत – उपायुक्त रवि शंकर…
सरायकेला - खरसावा।
सरायकेला खरसावां - साहित्य के माध्यम से सामाजिक चिंतन की प्रक्रिया गतिशील रहती है और संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन संभव हो पता है साहित्यिक गतिविधियां निरंतर में आयोजित होती रहनी चाहिए ताकि वैचारिक संवाद में जीवन तथा…
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