पांच लाख शिक्षक/शिक्षिका ने अपने परिजन के साथ सभी बी आर सी में दिया धरना ।
छातापुर।सुपौल। सोनू कुमार भगत
11वें दिन भी 76 हजार विद्यालयों में ताला लटका कर सभी बी आर सी में अनिश्चितकालीन धरना जारी रहासमान कार्य समान वेतन, राज्य कर्मी का दर्जा, पुरानी पेंशन योजना सहित अन्य मांगों को लेकर आज 11वें दिन भी शिक्षकों ने हड़ताल में रहकर सभी शिक्षकों ने छातापुर बी आर सी में अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। छातापुर बी आर सी में जारी धरना को सम्बोधित करते हुए बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति अध्यक्ष मंडली सदस्य पंकज कुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है। सरकार की शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीतियों ने ही बिहार के पांच लाख शिक्षक/शिक्षिका को हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य किया है।और अब सरकार द्वारा शिक्षक आन्दोलन को दबाने के लिए दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है।बावजूद आन्दोलन तेज होते जा रहा है। सूबे के सभी प्रखण्ड मुख्यालय पर शिक्षकों द्वारा अपने हक के लिए 11वें दिन भी अपने परिजन के साथ अनिश्चितकालीन धरना जारी है।कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सदन में नियोजित शिक्षकों पर दिया गया बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में आन्दोलनकारी शिक्षकों पर सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाई संविधान के विरुद्ध है।कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री हिटलर के तरह व्यवहार कर रहा है। कहा कि जब जब राज्य की सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया है, उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा है ।कहा कि बिहार की शिक्षा व शिक्षक को बचाने के लिए जारी आन्दोलन में जान दे देंगे लेकिन आन्दोलन से पीछे नहीं हटेंगे ।
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