चक्रधरपुर।
दक्षिण पूर्व रेलवे (South Eastern Railway) के चक्रधरपुर रेल मंडल ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यहां के मंडल रेल चिकित्सालय, चक्रधरपुर में आज जन्मे नवजात शिशुओं के लिए उसी दिन आधार कार्ड नामांकन और जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया। यह किसी भी रेलवे अस्पताल में पहली बार हुआ है, जिससे यह कदम भारतीय रेलवे के इतिहास में मील का पत्थर बन गया है।
इस उपलब्धि को हासिल करने में मंडल रेल प्रबंधक (DRM/CKP), मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS/CKP), जिला कलक्टर कार्यालय, चाईबासा, डाक एवं तार विभाग तथा आधार विभाग, चक्रधरपुर की संयुक्त पहल रही। इन सभी विभागों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि रेल अस्पताल में जन्मे बच्चों को अब जन्म के दिन ही पहचान पत्र और प्रमाणपत्र प्राप्त हो सके।
इस नई व्यवस्था से रेल कर्मचारियों और उनके परिवारों को काफी सुविधा मिलेगी। पहले जहां जन्म प्रमाणपत्र और आधार कार्ड बनने में कई सप्ताह लग जाते थे, वहीं अब यह प्रक्रिया कुछ ही घंटों में पूरी की जा सकेगी।
रेल अस्पताल प्रशासन ने बताया कि भविष्य में आधार विभाग और डाक विभाग के अधिकारी नियमित रूप से चक्रधरपुर रेल चिकित्सालय का दौरा करेंगे ताकि वहां जन्मे हर नवजात का आधार नामांकन और प्रमाणपत्र निर्बाध रूप से जारी किया जा सके।
इस पहल से न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि “डिजिटल इंडिया” और “ई-गवर्नेंस” की दिशा में रेलवे की प्रतिबद्धता भी मजबूत होगी। यह कदम रेल अस्पतालों में आधुनिक सुविधाओं और जन-हित सेवाओं के एक नए युग की शुरुआत है।

