जमशेदपुर : कोल्हान का प्रमुख रेलवे स्टेशन आदित्यपुर एक बार फिर चर्चा में है। झारखंड चेतना मंच ने यहां ट्रेनों के ठहराव और नई सुविधाओं की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। इसी कड़ी में मंच की ओर से 28 अगस्त 2025, दिन गुरुवार सुबह 8 बजे से आदित्यपुर स्टेशन के प्रवेश द्वार पर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा।
चेतना मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि आदित्यपुर स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों यात्री आवाजाही करते हैं, लेकिन सुविधाओं का अभाव और ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। मंच के सुरेश धारी, समरेंद्र तिवारी और राहुल यादव ने बताया कि लंबे समय से रेलवे से यह मांग की जा रही है कि कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का स्टॉपेज आदित्यपुर में हो।
मांग की गई ट्रेनों में प्रमुख रूप से टाटा-थावे एक्सप्रेस (18181/82), टाटा-बक्सर एक्सप्रेस (18183/84), टाटा-दुर्ग एक्सप्रेस (13287/88), टाटा-गोड्डा एक्सप्रेस (18185/86), टाटा-जयनगर एक्सप्रेस (18119/20), टाटा-धनबाद स्वर्णरेखा एक्सप्रेस (13301/02) शामिल हैं। इसके अलावा सभी पैसेंजर और मेमो ट्रेनों के लिए भी यहां ठहराव की मांग की जा रही है।
चेतना मंच के सदस्यों का कहना है कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र और आसपास के इलाकों से रोजाना हजारों लोग टाटा नगर, धनबाद, जयनगर, दुर्ग, बक्सर और अन्य गंतव्यों के लिए यात्रा करते हैं। अगर यहां ट्रेनों का ठहराव शुरू किया जाए तो यात्रियों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी और भीड़भाड़ वाले टाटानगर स्टेशन पर दबाव भी कम होगा।
मंच ने चेतावनी दी है कि यदि रेलवे ने जल्द ही ठोस पहल नहीं की तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से एकजुट होकर हजारों लोगों की आवाज रेलवे बोर्ड तक पहुंचाई जाएगी।
स्थानीय लोगों ने भी इस अभियान को समर्थन देने की बात कही है। उनका मानना है कि आदित्यपुर रेलवे स्टेशन को क्षेत्र की जरूरतों के हिसाब से विकसित किया जाना चाहिए। यह न केवल आम यात्रियों की सुविधा के लिए जरूरी है बल्कि कोल्हान क्षेत्र के औद्योगिक विकास और सुगम यातायात व्यवस्था के लिए भी अनिवार्य कदम है।
28 अगस्त को होने वाला यह हस्ताक्षर अभियान झारखंड चेतना मंच की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि रेलवे प्रशासन लोगों की इस मांग को कब तक पूरा करता है।

